गोरखपुर: जिले में कोरोना के प्रकोप को देखते हुए जिला प्रशासन ने त्योहारों को न्यूनतम स्तर पर मनाने की अपील की है. सर्किट हाउस स्थित एनेक्सी भवन में जिला प्रशासन और शांति सद्भावना समिति के पदाधिकारियों की बैठक हुई. इस बैठक में एसएसपी जोगिंदर कुमार, सीडीओ इंदरजीत सिंह, एडीएम सिटी आरके श्रीवास्तव, एसपी सिटी डॉक्टर कौस्तुभ, सिटी मजिस्ट्रेट अभिनव रंजन श्रीवास्तव के साथ शांति सद्भावना समिति और हिंदू-मुस्लिम एकता कमेटी के पदाधिकारियों के अलावा विभिन्न धर्म गुरु और शहर के संभ्रांत लोग मौजूद रहे.
कोविड प्रोटोकॉल का करना होगा पालन
बैठक में आगामी दुर्गा पूजा से लेकर भाईदूज तक त्योहारों के सीजन में भीड़-भाड़ वाले आयोजन नहीं करने का निर्णय लिया गया. जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि, शासन ने सार्वजनिक स्थलों पर कार्यक्रमों आयोजनों की अनुमति नहीं दी है. ऐसे में कोविड-19 प्रोटोकॉल के साथ सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य नियमों का भी ध्यान रखना होगा.
दुर्गापूजा को लेकर जिला प्रशासन ने जारी किए दिशा-निर्देश
जिलाधिकारी के विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि शांति सद्भावना समिति के साथ बैठक की गई है. शासन ने सार्वजनिक स्थलों में किसी भी तरह के आयोजन की अनुमति नहीं दी है. सार्वजनिक स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पाएगा. कोविड-19 प्रोटोकॉल के नियमों का पालन करने वालों को ही अनुमति दी जाएगी. खाली स्थानों पर मूर्तियों की स्थापना के लिए कोविड-19 नियमों के अधीन परमिशन लेना होगा. मूर्ति विसर्जन के लिए छोटे वाहनों का प्रयोग करना होगा. साथ ही कोरोना का प्रकोप न बढ़े इसके लिए शासन की गाइडलाइन के बारे में विस्तार से बताया गया है.
इस दौरान समिति के सदस्यों की ओर से भी कई सुझाव आए हैं. जिसके तहत साफ-सफाई का काम भी शुरू किया जाएगा. उन्होंने दुर्गा पूजा आयोजकों से अपील की है कि वह प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनर, मास्क आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए पंडाल में आइसोलेशन रूम भी अवश्य बनाएं. साथ ही सीसीटीवी कैमरे भी लगवाएं.
समितियों को करना होगा कोविड 19 प्रोटोकॉल का पालन
पूजा पांडलानों में लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना आयोजकों की जिम्मेदारी होगी. प्रतिमा का आकार भी 6 फीट से अधिक नहीं होगा. पंडालों पर डस्टबिन के रूप में एक ड्रम अवश्य रखें जाएं, ताकि उसमें मास्क और ग्लव्स रखे जा सकें. मूर्ति विसर्जन में ट्रैक्टर, ट्राली और ट्रक पर नहीं होगा, बल्कि छोटी गाड़ियों का प्रयोग किया जाए. कोरोना वायरस के प्रकोप से स्वयं और दूसरों को भी बचाएं. कोरोना से बचाव ही इसका इलाज है और बचाव का ध्यान रखते हुए त्योहार मनाए जाएं.