गोरखपुर: ईद मिलादुन्नबी का जश्न शहर के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया. जुलूस-ए-मोहम्मदी में तिरंगे झंडे और बैनर के साथ आपसी भाईचारा और सौहार्द बनाए रखने का पैगाम दिया गया. मिया बाजार के इमामबाड़ा स्टेट से निकलने वाले पारंपरिक जुलूस में इस बार इमामबाड़ा स्टेट फारूक अली शाह उर्फ मियां साहब शामिल नहीं हुए. कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शमद गुफरान उर्फ सन्नू के नेतृत्व में इमामबाड़ा स्टेट से तिरंगे के साथ जुलूस निकाला गया.
कोतवाली थाना क्षेत्र के इमामबाड़ा स्टेट से हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी माह रबी उल अव्वल की 12 तारीख को पैगंबर मोहम्मद साहब की पैदाइश के मौके पर ईद मिलादुन्नबी का जश्न पूरे शहर में धूमधाम के साथ निकाला गया. देश की शान तिरंगे के साथ जुलूस में पैगंबर मोहम्मद साहब की जिंदगी, कुरान और हदीस से जुड़ी हुई अहम बातें, बैनर व तख्तियों के जरिए आम लोगों को बताई गईं.
वहीं जुलूस के माध्यम से उलेमा-ए-किराम पैगंबर की रिसालत अजमत बढ़ाई व फजीलत बयान कर लोगों से सच्चाई ईमानदारी तथा शरीयत के मुताबिक जिंदगी गुजारने की गुजारिश की गई. वहीं आपसी भाईचारा और सौहार्द बनाने के साथ ही भारत माता जय के जयघोष भी लगाए गए.
कौमी एकता जुलूस का नेतृत्व कर रहे शमद गुफरान उर्फ सन्नू ने बताया कि शासन के निर्देश के अनुसार कोविड-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई के साथ पालन करते हुए हमारे पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्मदिन व इंतकाल दोनों ही आज ही के दिन हुआ था. इसे हम सभी बड़े ही धूमधाम के साथ पारंपरिक रूप से मनाते हैं. जुलूस-ए-मोहम्मदी के दौरान लोगों में मास्क का भी वितरण किया गया. वहीं देश की शान तिरंगे के साथ लोगों में आपसी भाईचारा के बीच इस जुलूस को निकाला गया.