गोरखपुर: लगभग 15 वर्ष बाद दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में नैक मूल्यांकन होने जा रहा है. इसकी सारी तैयारियां कर ली गई है. वहीं विश्वविद्यालय को ए ग्रेड मिलता है तो सबसे ज्यादा खुशी विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और छात्र-छात्राओं को होगी. उस विद्यालय में सफलतापूर्वक एसएसआर "सेल्फ स्टडी रिपोर्ट" अपलोड कर दिया गया है. छात्र संतुष्टि सर्वे को लेकर छात्र काफी उत्साहित हैं जोकि नैक मूल्यांकन के लिए महत्वपूर्ण कदम होता है.
15 वर्ष बाद दीनदयाल उपाध्याय में नैक मूल्यांकन. विद्यालय में हो रहे 1385 कोर्सेज संचालितइस संबंध में कुलपति प्रोफेसर विजय कृष्ण सिंह ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन स्थित कमेटी हॉल में बताया कि नैक द्वारा सत्र 14-15 से लेकर 18-19 तक के पांच एकेडमिक के सत्रों का मूल्यांकन किया जाएगा. वर्तमान में विश्व विद्यालय में शिक्षकों की संख्या 265 है. साथ ही पठन-पाठन का वातावरण बना हुआ है. यह काफी पुराना विश्वविद्यालय है, जिसमें वर्तमान में 1385 कोर्सेज संचालित होते हैं.उन्होंने बताया कि पियर टीम आने के लिए कम से कम 30 फीसद अंको का होना आवश्यक है. अपलोड एसएसआर पर कुल अंकों का 73.4 फीसदी अंक मिलेगा जबकि 26.6 फीसद अंक पियर टीम द्वारा विश्वविद्यालय के भ्रमण के दौरान दिया जाएगा.छात्र संतुष्टि सर्वे के दृष्टिगत विश्वविद्यालय में तीन स्थानों पर सर्वे में नैक द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब देने के लिए व्यवस्था की गई है. अगर विश्वविद्यालय को ए ग्रेड मिलता है तो इससे विश्वविद्यालय का मान और सम्मान बढ़ेगा. वहीं विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और छात्र भी अपने आपको गौरवान्वित महसूस करेंगे.
इसे भी पढ़ें- मैनपुरी में शहीद स्मारक तक नहीं बनवा पाई सरकार, खोखले वादों की खुली पोल