गोरखपुर : गोरखनाथ मंदिर हिंदू धर्म की आस्था का बड़ा केंद्र है. इसके साथ ही यह मौजूदा समय में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का घर भी है. यहां हमेशा सुरक्षा व्यवस्था सख्त रहती है. हालांकि पिछले एक साल में गोरखनाथ मंदिर के पास से कई संदिग्ध पकड़े जा चुके हैं. उनके पास से असलहा, कारतूस और तमंचे भी बरामद किए जा चुके हैं. 10 दिनों के भीतर दूसरी बार इस तरह का मामला सामने आया है. एक व्यक्ति की गाड़ी से दो कारतूस मिले हैं. दस दिन पहले भी एक व्यक्ति अवैध असलहे के साथ पत्रकार की आईडी के साथ पकड़ा गया था. पुलिस इस मामले में विवेचना कर रही है. वहीं मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता होने के बावजूद संदिग्धों का मिलना कई सवाल खड़े कर रहा है.
मंदिर को उड़ाने की दी गई थी धमकी : गोरखनाथ मंदिर से जुड़े मामलों की बात करें तो सबसे पहली घटना, 27 मार्च 2016 को सामने आया था. कुशीनगर पुलिस को गोरखनाथ मंदिर उड़ाने की सूचना दी गई थी. इसके बाद 4 फरवरी 2020 को गोरखनाथ मंदिर में आतंकी घुसने की सूचना दी गई थी. हालांकि यहा फर्जी निकली. 1 अप्रैल 2020 को सीएम को जान से मारने की धमकी मिली थी तो 8 नवंबर 2021 को पीएम और सीएम को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. इसी प्रकार 5 फरवरी 2022 को सोशल मीडिया पर लेडी डॉन नाम से गोरखनाथ मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी. 23 अगस्त 2022 को महाराजगंज पुलिस को सूचना दी गई कि गोरखनाथ मंदिर को बम से उड़ा दिया जाएगा. इन सब घटनाओं के बाद पुलिस अलर्ट होती है सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया जाता है और सब कुछ सामान्य हो जाता है.
युवक ने पीएसी जवानों पर किया था हमला : गोरखनाथ मंदिर में असामान्य और बड़ी घटना 3 अप्रैल 2022 को घटी, जब मुर्तुजा नाम के एक युवक ने गोरखनाथ मंदिर परिसर की सुरक्षा में तैनात, पीएसी के जवानों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. इसमें कई जवान घायल हुए. पुलिस की जांच में मुर्तजा का कनेक्शन आतंकी संगठनों से पाया गया. उसे फांसी की सजा सुनाई गई है. इसी प्रकार 1 जनवरी 2023 को गोरखनाथ मंदिर में आतंकी घुसने की झूठी सूचना से हड़कंप मच गया था. सूचना देने वाले कुर्बान अली पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसी प्रकार 14 जुलाई 2023 को मंदिर गेट पर चेकिंग के दौरान, बिहार के व्यापारी के बैग से अवैध तमंचा मिला. पूछताछ में उसने बताया कि वह एक मोटर पार्ट्स का कारोबारी है. ट्रेन यात्रा के दौरान किसी ने उसके बैग में तमंचा रख दिया होग. वह मंदिर अपने बेटे के साथ दर्शन करने आया तो पकड़ा गया. पुलिस इस मामले में बिहार तक जाकर उससे जुड़े विभिन्न पहलुओं की जांच पड़ताल कर रही है.
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सोमवार को भी सामने आया मामला : सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जनता दर्शन में मिलने जा रहे श्रावस्ती निवासी एक व्यक्ति की, गाड़ी के डैशबोर्ड में रखें दो कारतूस चेकिंग के दौरान बरामद हुए. पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर जांच पड़ताल करना शुरू कर दिया. चेकिंग के दौरान 315 बोर के दो कारतूस बरामद होने के बाद गाड़ी में सवार सभी पांच लोगों को हिरासत में लेकर पुलिस और एलआईयू के साथ ही आईबी ने पूछताछ शुरू कर दी. पता चला है कि श्रावस्ती जिले के भिनगा कोतवाली क्षेत्र में, 13 जून 2023 को सेमरी चकपिहानी निवासी भाजपा नेता माता प्रसाद उर्फ करिया की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस कुल नौ आरोपियों में से सात को जेल भेज चुकी है, लेकिन दो आरोपी अभी फरार हैं. इनकी गिरफ्तारी के लिए भाजपा नेता के भाई-चाचा सहित अन्य लोग सोमवार को स्कार्पियो से गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में शामिल होने पहुंचे. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक सुबह पांच बजे मंदिर गेट चेकिंग के दौरान उनकी गाड़ी के डैशबोर्ड में 315 बोर के दो कारतूस बरामद हुए. एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने कहा कि पकड़े गये लोगों का पता सही मिला है. अन्य जानकारी जुटाई जा रही है.
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