गोरखपुर: जमीन विवाद का मामला पिछले 17 वर्षों से कोर्ट में है. फैसला अभी लंबित है. लेकिन, इस मामले को लेकर दोनों पक्षों में रंजिश इस कदर बढ़ गई कि एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के मकान पर जबरन बड़ी संख्या में लोगों को लेकर धावा बोल दिया. कच्चे मकान को रात के अंधेरे में तोड़कर तहस-नहस कर दिया. इस दौरान घर के अंदर एक महिला और उसकी दो बेटियां मौजूद थीं. घर के पुरुष रोजी रोटी के लिए बाहर गए हुए थे. घटना शहर के तिवारीपुर थाना क्षेत्र की है. यह घटना रविवार रात की है.
पीड़ितों ने इसका वीडियो बनाया है और यह वायरल भी हो रहा है. यही नहीं घटना के दौरान ही पीड़ित महिला ने स्थानीय थाने के अलावा 112 नंबर पर भी घटना की सूचना दी. लेकिन, मौके पर सुनवाई के लिए कोई नहीं आया. जब उसने इसकी शिकायत डीएम और एसपी से की, तब मौके पर पुलिस पहुंची. लेकिन, पुलिस दबंग पर कार्रवाई करने के बजाय पीड़ितों को ही धमकाने और समझाने में जुटी हुई है. ऐसा आरोप बेटियों के साथ खुले आसमान के नीचे जीने को मजबूर हुई नजमा खातून ने तिवारीपुर पुलिस और जिले के प्रशासन पर लगाया.
पीड़िता नजमा खातून ने मीडियाकर्मियों को बताया कि वह तिवारीपुर थाना क्षेत्र के कल्याणपुर की रहने वाली है. उसके घर के बगल में रहने वाले शब्बीर अहमद अपने पांच लड़कों के साथ रविवार के दिन 2 बजे उसके घर पर धावा बोल दिया. तोड़फोड़ की और फिर चले गए. इस दौरान उनके घर पर कोई नहीं होता जो बीच बचाव कर सके. वह और उसकी बेटियों के सिवा घर पर कोई नहीं था. उसके पति रोजी कमाने बजार में थे. वहीं, एक बार फिर इन दबंग लोगों का दल रात में घर पर आक्रमण करता है और तोड़फोड़ कर पूरे घर को नष्ट कर देता है.
पीड़िता का आरोप है कि घर में उसकी जवान बेटियों के साथ लोगों ने अभद्रता भी की. मारा-पीटा ऐसा, जिससे चोट का कोई निशान ना आए. उसने कहा कि उसकी एक बेटी की शादी तय है. घर में जेवरात और लाखों रुपये रखे थे. वह भी यह लोग उठा ले गए. मकान ध्वस्त हो जाने के कारण उसे परिवार के साथ खुले आसमान के नीचे रहना पड़ रहा है और पुलिस प्रशासन है कि उसकी पीड़ा को समझ नहीं रही है. उल्टे उसे ही डांट रही है.
पीड़िता के बेटे अजीम अंसारी ने कहा कि घर और जमीन के पुश्तैनी विवाद का मामला वर्ष 2006 से सिविल कोर्ट जूनियर डिवीजन में चल रहा है. वहीं, एक नया मामला वर्ष 2019 में कोर्ट में पंजीकृत हुआ है. दोनों मामलों में अभी सुनवाई चल रही है. फैसला कुछ भी नहीं आया है. लेकिन, उसके पड़ोसी जो दबंग किस्म के हैं, आखिरकार अपनी दबंगई दिखाते हुए उसके घर को तोड़फोड़ कर तहस-नहस कर दिया. पुलिस भी सूचना देने पर नहीं सुन रही. ऐसे में वह लोग जाएं तो जाएं कहां. जब मामला कोर्ट में है तो किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. लेकिन, वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि लोगों ने किस तरह से कानून को अपने हाथ में लिया है और घर को गिराया.
यह भी पढ़ें: मां-बेटी पर एसिड अटैक, बदमाशों ने घर में घुसकर दिया वारदात को अंजाम
यह भी पढ़ें: विदेशी महिला पर्यटक ने होटल और थाने में किया जमकर हंगामा, एंबेसी को भेजी सूचना