गोरखपुर: देश का दूसरा चारकोल प्लांट गोरखपुर के औद्योगिक क्षेत्र गीडा में स्थापित किया जाएगा. कूड़े से चारकोल बनाने के प्लांट के लिए एनटीपीसी और नगर निगम के बीच रविवार 15 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी एमओयू साइन होगा. देश का पहला प्लांट वाराणसी में बनाया जा रहा है. शारदीय नवरात्र के पहले दिन ही इस बड़े तोहफे के साथ मुख्यमंत्री गोरखपुर को 233.20 करोड़ रुपये का उपहार देंगे. जिसमें नगर निगम के 189 विकास कार्यों का शिलान्यास और 114 कार्यों का वह लोकार्पण करेंगे. रविवार को यह आयोजन नगर निगम परिसर में होगा. शिलान्यास और लोकार्पण समारोह में मुख्यमंत्री के हाथों महानगर क्षेत्र को सड़क, नाली, पेयजल, पथ प्रकाश जैसे बुनियाद और अन्य विकास कार्यों की सौगात मिलेगी. इसके साथ ही कूड़े से चारकोल बनाने की परियोजना को भी गति मिलेगी.
समझौता ज्ञापन पर सीएम के समक्ष होंगा साइन: चारकोल के इस प्लांट के लिए एनटीपीसी ने पहल की है. एनटीपीसी, नगर निगम की तरफ से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए सहजनवा के सुथनी में ली गई जमीन पर, 255 करोड़ रुपये की लागत से 5000 टन प्रतिदिन की क्षमता का चारकोल प्लांट लगाएगा. चारकोल बनाने के लिए कूड़े की व्यवस्था नगर निगम की तरफ से की जाएगी. परियोजना का प्रस्तुतिकरण मुख्यमंत्री के समक्ष हो चुका है. रविवार को एनटीपीसी और नगर निगम के अधिकारी मुख्यमंत्री के सामने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेंगे. इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बैंक रोड स्थित भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के परिसर में पहुंचेंगे. वह यहां बैंक के शताब्दी वर्ष समारोह में शामिल होंगे. इसके बाद वह अपने निज निवास गोरखनाथ मंदिर को प्रस्थान कर जाएंगे और शारदीय नवरात्रि के पूजन, कलश स्थापना कार्यक्रम में शामिल होंगे.
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डेयरी प्लांट का सीएम करेंगे लोकार्पण: गोरखपुर दौरे के दूसरे दिन सोमवार को मुख्यमंत्री योगी दोपहर तीन बजे गीडा के सेक्टर 26 में मेसर्स सीपी मिल्क एंड फूड प्रोडक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड (ज्ञान डेयरी) के प्लांट का लोकार्पण करेंगे. इस परियोजना में 113.80 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है. इससे 300 लोगों के लिए प्रत्यक्ष और 1500 लोगों के लिए परोक्ष रोजगार सृजित हुआ है. इस डेयरी प्लांट की स्थापना भूखण्ड प्राप्त करने के 15 माह के भीतर हुआ है. इस प्लांट में प्रतिदिन 5 लाख लीटर दूध की खपत होगी. जिसमें से 3 लाख लीटर दूध की पैकेजिंग होगी और 2 लाख लीटर दूध का उपयोग अन्य दुग्ध उत्पादों के लिए किया जाएगा. दूध आपूर्ति प्राप्त करने के लिए ज्ञान डेयरी गोरखपुर-बस्ती मंडल में 5000 कलेक्शन सेंटर खोलेगी. डेयरी की इस परियोजना से पशुपालकों की आय में भी वृद्धि होगी.
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