गोरखपुर: भारी बारिश और नदियों के बढ़ते जलस्तर से गोरखपुर जनपद के 50 से ऊपर गांव बाढ़ (Flood) की चपेट में हैं. वहीं शहर की कई कॉलोनियां पानी से लबालब हैं. यहां के लोगों का जीवन नारकीय हो गया है. जल निकासी की सुविधा न होने से पानी घरों में घुस गया है, जिससे लोग काफी परेशान हैं. सरकारी और प्रशासनिक अमला जहां इनकी बातें सुन नहीं रहा और समस्याओं के निराकरण में फेल साबित हो रहा है. वहीं समस्या झेल रहे लोगों के बीच कांग्रेस के नेता पहुंचकर उनका कुशलक्षेम जानने की कोशिश कर रहे हैं. 'जय भारत महासंपर्क अभियान' के तहत 2 दिन पूर्व जहां कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू (Congress state president Ajay Kumar Lallu) जिले के कांग्रेसियों के साथ ऐसी कॉलोनियों में भ्रमण किया. वहीं मंगलवार को भी जिला और महानगर अध्यक्ष के नेतृत्व में कांग्रेस की टोली इन मोहल्लों में पहुंचकर लोगों का हाल-चाल जानने का प्रयास किया. फिलहाल, लोगों की समस्या कम होती दिखाई नहीं दे रही.। लोगों को अब बारिश के थमने और तेज धूप होने का इंतजार है, तभी जलजमाव से निजात मिल पाएगी.
शहर की सिंघड़िया, गोरक्षनगर, प्रज्ञापुरम और भरवलिया कॉलोनी में कांग्रेस का यह दल घर-घर जाकर लोगों के दर्द में सहभागी बना. इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान का पानी में सांप से भी सामना हुआ, लेकिन वह बच गईं. जिलाध्यक्ष ने इस दौरान कहा कि योगी सरकार में उनके शहर की कॉलोनियां पानी से डूब रही हैं. युवा रोजगार पाने के सपनों में डूब रहा है, फसलें बाढ़ के पानी में डूबी हैं और किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. छुट्टा पशुओं से बची खुची फसलें भी बर्बाद हो रही हैं. सही कहा जाए तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के जिले में उनके विकास का गुब्बारा फूट रहा है. फिर भी उनकी सरकार और नेता झूठे दावों की ढोल पीटने में जुटे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही गांव-गरीब और किसान की सच्ची हितैषी रही है. उसके समय में प्राकृतिक आपदाएं भी कम होती रही हैं, लेकिन जब से झूठ बोलने वालों की सरकार बनी है लोगों को सरकारी मार के साथ प्राकृतिक आपदा भी झेलनी पड़ रही है.
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निर्मला पासवान ने कहा कि जय भारत महासंपर्क अभियान के तहत नेताओं और कार्यकर्ताओं ने 75 घंटे का जो प्रवास गांव में किया है और लोगों से संवाद किया है उसका दूरगामी असर देखने को मिलेगा. इस संपर्क अभियान के दौरान कांग्रेस ने गांव की समस्याओं को जानने की कोशिश किया, लेकिन उससे बुरी स्थिति शहरों में बसे हुए लोगों की देखने को मिल रही है, जहां के मुख्यमंत्री हों, सभी सांसद, विधायक, महापौर भाजपाई हों, अगर वहां के लोग तबाही झेल रहे हैं तो सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन क्षेत्रों का क्या हाल होगा जिन क्षेत्रों से कांग्रेसी या अन्य दलों के लोग चुनकर आए हैं. उन्होंने कहा कि सरकार का भेदभाव पूर्ण रवैया लोगों के लिए परेशानी का कारण बनता है. यह सरकार सिर्फ हिंदू-मुस्लिम और जातिवाद का बीज बोकर अपनी चुनावी वैतरणी पार लगाने में जुटी हुई है.