गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि देश-प्रदेश की पूर्व की सरकारों में बीमारी से ज्यादा लोगों की भूख से मौतें हुआ करती थीं. पूर्ववर्ती सरकारों की गरीब कल्याण की कोई योजना नहीं थी, जबकि एकात्म मानववाद के प्रणेता और अंत्योदय के जनक पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने 1950 के दशक में तत्कालीन सरकारों को गरीब कल्याण के लिए झकझोरने का कार्य किया था. इस पर दीनदयाल जी ने सवाल भी उठाया था फिर भी सरकारों ने इस पर ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की जयंती पर आज उन्हें नमन करते हुए इस बात की खुशी मिल रही है कि उन्होंने गरीब कल्याण के लिए जो सपना देखा था, उसे केंद्र की मोदी और प्रदेश की बीजेपी सरकार पूरे मनोयोग के साथ पूरा कर रही है. यही वजह है कि गरीबों के चेहरे पर खुशी का भाव भी दिखाई दे रहा है.
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती के अवसर पर गोरखपुर विश्वविद्यालय में स्थापित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद सीएम योगी ने लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि देश के अंदर भुखमरी से जूझ रहे लोगों और विकास की बाट जोहने वाले आखिरी पंक्ति में बैठे हुए व्यक्तियों तक अगर सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं पहुंचता है तो सरकार का कोई मतलब नहीं. मौजूदा समय में जनकल्याण को समर्पित बीजेपी की सरकार जो काम कर रही है उसको पूरी देश-दुनिया ने सराहा है. उन्होंने कहा कि कोरोना कॉल में भी लोगों के स्वास्थ्य की चिंता और सुविधा जिस तरह से सरकार ने की है उसकी मिसाल दुनिया के कई देश पेश कर रहे हैं. सीएम ने कहा कि कोरोना के दौरान गरीब परिवारों को खाद्यान्न उपलब्ध कराकर सरकार ने दीनदयाल जी के अंत्योदय के सपने को भी पूरा किया है.
इसे भी पढ़ें: पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती आज, गोरखपुर में सीएम योगी करेंगे गरीब कल्याण मेले की शुरुआत
सीएम योगी इसके बाद जिले के भरोहिया ब्लॉक में आयोजित गरीब कल्याण मेला में शामिल होने के लिए निकल पड़े. जहां वे सरकार की 15 योजनाओं के 75 लाभार्थियों को खुद प्रमाण पत्र वितरित करेंगें. इस मेले के माध्यम से 375 लाभार्थियों को लाभान्वित किया जाएगा. मेले में सरकार की उपलब्धियों से जुड़ी योजनाओं का स्टॉल भी लगाए गया है, जिससे यहां आने वाले लोगों को योजनाओं के बारे में जानकारी मिल सकेगी. इस दौरान किसान कल्याण, महिला कल्याण, वृद्धा, विधवा, आयुष्मान भारत सहित दर्जनभर योजनाओं से न सिर्फ लोगों को लाभान्वित किया जाएगा, बल्कि जो लोग इसके लाभ से वंचित हैं उनको इससे जुड़ने के लिए प्रेरित भी किया जाएगा.