गोरखपुर: मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को गोरखनाथ मंदिर परिसर में नवनिर्मित मां काली, गणेश एवं भैरव की मूर्तियों मे प्राण प्रतिष्ठा की. भक्तिमय माहौल में हुए अनुष्ठान के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने हवन और भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया. मंदिर परिसर में गोशाला के समीप नव्य व भव्य श्रीकाली माता मंदिर में मां काली, गणेश और कालभैरव की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा के लिए पिछले सात दिन से धार्मिक अनुष्ठान चल रहा था.
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#WATCH | Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath unveiled the idol of goddess Kali in Kali Mata Mandir of Gorakhpur temple complex. pic.twitter.com/QIHa4VN369
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 9, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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योगी आदित्यनाथ ने वैदिक विधि विधान से तीनों देव विग्रहों की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान पूर्ण कराया. आनुष्ठानिक कार्यक्रम मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ की मौजूदगी में मठ पुरोहित आचार्य रामानुज वैदिक रोहित मिश्र, डॉ. अरविंद चतुर्वेदी, अश्विनी त्रिपाठी, पुरुषोत्तम चौबे समेत 13 पुरोहितों ने पूर्ण कराया. गोरक्षपीठाधीश्वर ने मंदिर के बगल में स्थित अखंड धूना (हवन कुंड) को भी प्रतिष्ठित किया. प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर परिसर में ब्राह्मण और साधु भोज के साथ भंडारे का आयोजन किया गया. इसमें बड़ी संख्या में भक्तजनों ने प्रसाद ग्रहण किया. इस अवसर पर काशी से आए महामंडलेश्वर सतुआ बाबा समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे.
इसके पहले सुबह गोरखनाथ मंदिर परिसर महंत दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार के बाहर आयोजित जनता दर्शन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने करीब तीन सौ लोगों की समस्याएं सुनी. इस दौरान अपनी समस्याओं को लेकर बैठे लोगों के पास सीएम योगी खुद पहुंचे. लोगों की समस्याओं को सुनने के बाद तुरंत निराकरण का निर्देश अधिकारियों को दिया. समस्या सुनने के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, "समस्या कोई भी हो, मेरे रहते घबराने या चिंता करने की बिलकुल जरूरत नहीं है. सबकी समस्या का न्यायोचित समाधान करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. सीएम योगी से मिलने वालों में अधिक संख्या उन लोगों की थी, जो इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे थे.
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