गोरखपुरः दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को रामगढ़ झील से सटे लगभग 52 करोड़ की लागत से बने बाबा योगी गंभीरनाथ प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक केंद्र का उद्घाटन किया. इस मौके पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सदर सांसद रवि किशन समेत कई सांसद और विधायक मौजूद रहे.
स्थानीय कलाकारों को सपना हुआ पूरा
सीएम ने कहा कि जब वे सांसद थे तो उनका सपना था कि गोरखपुर में एक प्रेक्षागृह का निर्माण हो, जिसमें स्थानीय कलाकारों को कला प्रदर्शन का मौका मिल सके. सीएम ने स्थानीय रंगकर्मियों से ज्यादा शुल्क न लेने की बात कही है. उन्होंने कहा कि बाबा गंभीरनाथ एक सिद्ध योगी थे, जिन्होंने अपनी साधना का लंबा समय अपनी कर्मभूमि को दिया है. उसी के तर्ज पर इस प्रेक्षागृह का नाम हम लोगों ने उनके नाम से तय करने का निर्णय लिया है.
स्थानीय कलाकारों को मिलेगा एक मंचः रवि किशन
कार्यक्रम में गोरखपुर के सदर सांसद और भोजपुरी फिल्म अभिनेता ने कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार के आने से उत्तर प्रदेश को एक तोहफा मिला है. बड़े-बड़े फिल्म निर्माता उत्तर प्रदेश में फिल्म बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीएम सिटी गोरखपुर में कई भोजपुरी और हिंदी अभिनेता शूटिंग कर रहे हैं. इस प्रेक्षागृह से स्थानीय कलाकारों को एक मंच मिलेगा, उन्हें गोरखपुर से दूर नहीं जाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि मैंने गोरखपुर के कई कलाकारों के कला प्रदर्शन देखा है और मुझे आशा है कि गोरखपुर के कलाकार अपना परचम लहराएंगे.
आधुनिक सुविधाओं से लैस है प्रेक्षागृह
पूर्वांचल के कलाकारों को मंच देने के साथ ही उनकी प्रतिभा का प्रदर्शन देश-विदेश से आए हुए लोगों के बीच हो सके. इसको लेकर स्थानीय कलाकार कई दशकों से एक आधुनिक के प्रेक्षागृह की मांग कर रहे थे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मांग को ध्यान में रखते हुए गोरखपुर में 200 सीट के आधुनिक प्रेक्षागृह का निर्माण कार्य कराया गया है. लगभग 52 करोड़ रुपये की लागत से बने इस आधुनिक प्रेक्षागृह में वह सारी सुविधाएं होंगी, जो बड़े प्रेक्षागृहों में होती है. रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामगढ़ झील से सटे बाबा गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक केंद्र स्थानीय कलाकारों को सौंप दिया.