गोरखपुर: लोक निर्माण विभाग के एक अभियंता को लेकर गोरखपुर में दो धड़ों में बंटे भाजपा के विधायक और सांसदों के बीच रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर पहुंचने पर मामला शांत होता नजर आया. सीएम ने सभी विधायकों और सांसदों को वार्ता के लिए सर्किट हाउस के एनेक्सी भवन में बुलाया था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद बाहर निकले विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि विधायकों के बीच कोई विवाद नहीं था, जो हो रहा था वह संवाद था. किसी तरह की कोई खींचतान और लड़ाई पार्टी के विधायकों और सांसदों में नहीं है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने गोरखपुर की जल निकासी की समस्या पर विशेष ध्यान दिया. इस बैठक में जल निकासी की समस्या पर बात की गई. सीएम ने विकास की योजनाओं पर जागरूक रहने को कहा है.
जब विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल से बीते दिनों विधायक और सांसद के बीच के विवाद के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि यह विवाद नहीं संवाद था. लोकतंत्र में सबको अपनी बात रखने का अधिकार है. उन्होंने कहा कि सांसद-विधायक सरकार के प्रतिनिधि होते हैं. अधिकारी को सरकार के कदमों के हिसाब से चलना पड़ता है. जो नहीं चलेगा, उसके खिलाफ जनप्रतिनिधियों को आवाज उठानी ही पड़ती है.
इस दौरान बैठक से बाहर आए सांसद रवि किशन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बीजेपी के पदाधिकारियों और विधायक सांसदों के साथ बैठक की. इस बैठक में मुख्य रूप से बीजेपी के पदाधिकारियों में चल रही खेमेबंदी का मुद्दा भी छाया रहा. साथ ही कोरोना और इंसेफेलाइटिस को लेकर विधायकों और सांसदों को अभियान चलाकर लोगों तक जागरूकता पहुंचाने के लिए कहा. सांसद रवि किशन और विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल दोनों ने इस मीटिंग के बाद संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि उनके मुद्दे पर भी मुख्यमंत्री ने उनसे बात की है और सभी से एक साथ मिलजुल कर काम करने के निर्देश दिए हैं.
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