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गोरखपुर: विश्व कल्याण के लिए सीएम योगी ने किया रुद्राभिषेक

गोरखपुर पहुंचे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह शक्ति मंदिर में रुद्राभिषेक किया. इस दौरान उन्होंने संपूर्ण विश्व के कल्याण, उद्धार, समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना की.

cm yogi visited gorakhpur
सीएम योगी ने गोरखनाथ मंदिर में दर्शन पूजन किया
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Published : May 23, 2020, 2:44 PM IST

गोरखपुर: गोरक्षपीठाधीश्वर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार की सुबह शक्ति मंदिर में श्रद्धा और विधि विधान के साथ रुद्राभिषेक किया. इस दौरान उन्होंने देवाधि देव भगवान शिव से कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहे संपूर्ण विश्व के कल्याण, उद्धार, समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना की.

सीएम योगी शनिवार की सुबह स्नान-ध्यान के बाद जब मठ से निकले तो गुरु गोरखनाथ और अखण्ड ज्योति का पूजन कर दर्शन किया. उसके बाद ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की समाधि पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया. मंदिर परिसर के भ्रमण के दौरान करीब 30 मिनट का समय उन्होंने गोशाला में बिताया. गायों और उनके बच्चों को दुलारा और उनको गुड़ व चारा खिलाया. सीएम योगी ने कर्मचरियों को गोशाला की बेहतर साफ-सफाई का निर्देश दिए. दो महीने बाद उनका पालतू कुत्ता कालू भी उन्हें पाकर खूब खुश नजर आया.

शुक्रवार को पहुंचे सीएम योगी
बता दें कि मुख्यमंत्री दो माह बाद शुक्रवार को दोपहर बाद गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर स्थित अपने मठ पहुंचे थे. गोरक्षपीठाधीश्वर का दायित्व संभालने के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि वह लगातार दो महीने अपनी पीठ (गोरक्षनाथ), मठ और अपनों से दूर रहे. इसके पहले अपने पूज्य गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ के इलाज और बतौर सांसद एक-दो विदेश प्रवास के दौरान ही ऐसा हुआ, लेकिन यह अंतराल तीन से चार हफ्तों का ही रहा होगा. जब वह सांसद थे तो सत्रों में भाग लेने के लिए हर रविवार को ट्रेन से दिल्ली के लिए जाते थे और सप्ताहांत में गोरखपुर लौट आते थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद भी नियमित अंतराल पर उनका गोरखपुर आना-जाना होता रहा है.

देर रात तक अधिकारियों के साथ की बैठक
वहीं इस दौरान सीएम योगी ने अपने पिता के अंतिम संस्कार में न जाकर भी नजीर कायम की. लेकिन पहली बार कोरोना के अभूतपूर्व वैश्विक संकट के दौरान वह दो माह बाद गोरखपुर स्थित अपने मठ पर आए. उन्होंने देर रात अधिकारियों और संस्थाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने सोशल डिस्टेसिंग के मानकों का पूरी तरह अनुपालन किया. बाहर के जो लोग उनके आने पर अक्सर उनके इर्द-गिर्द होते थे, वे भी नहीं आए.

व्यवस्थाओं पर अधिकारियों से की चर्चा
सीएम योगी ने आते ही तुरंत कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए की गई तैयारियों को लेकर अधिकारियों से चर्चा की. संक्रमित लोगों के इलाज, प्रवासी मजदूरों की वापसी, दक्षता के अनुसार उनको दिये जाने वाले रोजगार, कम्यूनिटी किचन, क्वारंटाइन केंद्रों की व्यवस्था, प्रवासी श्रमिकों और लॉकडाउन से प्रभावित लोगों के लिए दिये जाने वाले भरण-पोषण (1000 रुपये) राशन, नये राशन कार्डों की प्रगति आदि के बारे में जानकारी लेकर जरूरी निर्देश भी दिए. सीएम योगी ने निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की प्रगति के बारे में भी जाना. इस दौरान देर रात तक इन बैठकों का सिलसिला जारी रहा.

ये भी पढ़ें- CM योगी को धमकी मामला: STF को मुंबई में मिली मोबाइल की लोकेशन, टीम रवाना

गोरखपुर: गोरक्षपीठाधीश्वर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार की सुबह शक्ति मंदिर में श्रद्धा और विधि विधान के साथ रुद्राभिषेक किया. इस दौरान उन्होंने देवाधि देव भगवान शिव से कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहे संपूर्ण विश्व के कल्याण, उद्धार, समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना की.

सीएम योगी शनिवार की सुबह स्नान-ध्यान के बाद जब मठ से निकले तो गुरु गोरखनाथ और अखण्ड ज्योति का पूजन कर दर्शन किया. उसके बाद ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की समाधि पर जाकर उनका आशीर्वाद लिया. मंदिर परिसर के भ्रमण के दौरान करीब 30 मिनट का समय उन्होंने गोशाला में बिताया. गायों और उनके बच्चों को दुलारा और उनको गुड़ व चारा खिलाया. सीएम योगी ने कर्मचरियों को गोशाला की बेहतर साफ-सफाई का निर्देश दिए. दो महीने बाद उनका पालतू कुत्ता कालू भी उन्हें पाकर खूब खुश नजर आया.

शुक्रवार को पहुंचे सीएम योगी
बता दें कि मुख्यमंत्री दो माह बाद शुक्रवार को दोपहर बाद गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर स्थित अपने मठ पहुंचे थे. गोरक्षपीठाधीश्वर का दायित्व संभालने के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि वह लगातार दो महीने अपनी पीठ (गोरक्षनाथ), मठ और अपनों से दूर रहे. इसके पहले अपने पूज्य गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ के इलाज और बतौर सांसद एक-दो विदेश प्रवास के दौरान ही ऐसा हुआ, लेकिन यह अंतराल तीन से चार हफ्तों का ही रहा होगा. जब वह सांसद थे तो सत्रों में भाग लेने के लिए हर रविवार को ट्रेन से दिल्ली के लिए जाते थे और सप्ताहांत में गोरखपुर लौट आते थे. मुख्यमंत्री बनने के बाद भी नियमित अंतराल पर उनका गोरखपुर आना-जाना होता रहा है.

देर रात तक अधिकारियों के साथ की बैठक
वहीं इस दौरान सीएम योगी ने अपने पिता के अंतिम संस्कार में न जाकर भी नजीर कायम की. लेकिन पहली बार कोरोना के अभूतपूर्व वैश्विक संकट के दौरान वह दो माह बाद गोरखपुर स्थित अपने मठ पर आए. उन्होंने देर रात अधिकारियों और संस्थाओं के प्रमुखों के साथ बैठक की. इस दौरान उन्होंने सोशल डिस्टेसिंग के मानकों का पूरी तरह अनुपालन किया. बाहर के जो लोग उनके आने पर अक्सर उनके इर्द-गिर्द होते थे, वे भी नहीं आए.

व्यवस्थाओं पर अधिकारियों से की चर्चा
सीएम योगी ने आते ही तुरंत कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए की गई तैयारियों को लेकर अधिकारियों से चर्चा की. संक्रमित लोगों के इलाज, प्रवासी मजदूरों की वापसी, दक्षता के अनुसार उनको दिये जाने वाले रोजगार, कम्यूनिटी किचन, क्वारंटाइन केंद्रों की व्यवस्था, प्रवासी श्रमिकों और लॉकडाउन से प्रभावित लोगों के लिए दिये जाने वाले भरण-पोषण (1000 रुपये) राशन, नये राशन कार्डों की प्रगति आदि के बारे में जानकारी लेकर जरूरी निर्देश भी दिए. सीएम योगी ने निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की प्रगति के बारे में भी जाना. इस दौरान देर रात तक इन बैठकों का सिलसिला जारी रहा.

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