गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी प्रदेशवासियों को चैत्र नवरात्र, महानवमी और प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हमें धर्म को मात्र उपासना विधि मानने की भूल नहीं करनी चाहिए. धर्म कर्तव्य का बोध कराता है. धर्म हमें सदाचार, कर्तव्य और नैतिक मूल्यों से जोड़कर, सन्मार्ग पर चलते हुए सकारात्मक एवं रचनात्मक प्रवृत्ति की ओर अग्रसर करता है. इसी व्यापक अर्थ में हमें धर्म को अंगीकार करना होगा. धर्म की इसी अवधारणा के अनुरूप केंद्र व प्रदेश सरकार, सकारात्मकता व रचनात्मकता को प्रोत्साहन दे रही है. सीएम योगी गोरखनाथ मंदिर में कन्या पूजन, श्रीराम जन्मोत्सव का अनुष्ठान पूर्ण करने के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा कि श्रीरामनवमी पर दिख रहा उल्लास व उमंग यह प्रदर्शित करता है कि समाज मे सात्विक व रचनात्मक प्रवृत्तियां तेजी से आगे बढ़ी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सकारात्मकता व रचनात्मकता के कार्यक्रमों से नए भारत का निर्माण हो रहा है. पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण तक पूरा देश, एक स्वर में प्रधानमंत्री की भाषा में बोल रहा है.
उन्होंने कहा कि समर्थ भारत में रामराज्य की परिकल्पना भी साकार हो रही है. रामराज्य के अनुरूप शासन की योजनाओं का लाभ समाज के हर तबके तक बिना भेदभाव पहुंच रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान भारत के सामर्थ्य और संवेदनशीलता को पूरी दुनिया ने देखा है. जनकल्याण के अनेक कार्यक्रम सबके सामने हैं. जरूरतमंदों को बिना भेदभाव आवास, शौचालय, रसोई गैस कनेक्शन, बिजली कनेक्शन की निशुल्क सुविधा दी गई. यही नहीं संकट के समय मे हर गरीब को मुफ्त राशन भी उपलब्ध कराया गया. प्रत्येक नागरिक के जीवम में व्यापक परिवर्तन का अभियान चलाया जा रहा है. धर्म हमें यही सिखाता भी है. उन्होंने जी-20 के नेतृत्व को देश के लिए गौरवपूर्ण बताते हुए कहा कि, जी-20 का थीम वसुधैव कुटुम्बकम धर्म के विराट स्वरूप की व्याख्या करने, वाली भारतीय मनीषा की ही देन है.
मुख्यमंत्री ने मां जगतजननी भगवती व मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम से सभी नागरिकों के सुखमय, समृद्धिमय जीवन की प्रार्थना की. कहा कि प्रभु श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या के हर देवस्थल पर काफी उत्साह है. कल से अबतक 15 लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या में पवित्र सरयू नदी में स्नान के बाद हुनमानगढ़ी और श्रीराम जन्मभूमि का दर्शन कर चुके हैं. सभी शक्तिपीठों में भी लाखों श्रद्धालु जगतजननी मां भगवती के सिद्धिदात्री स्वरूप की आराधना कर रहे हैं. सभी धर्मस्थलों पर दुर्गा सप्तशती व अखंड रामायण पाठ का आयोजन भी प्रदेश सरकार की तरफ से सुनिश्चित किया गया है. योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर परिसर के मुक्ताकाशी मंच पर आयोजित प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव में भी शामिल हुए. उन्होंने पालने में रखे श्रीराम के बाल छवि का,विधि विधान से पूजन करने के बाद आरती उतारी.
सीएम बोले, रेशम उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों को मिले प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश ही नहीं, पूरे देश के किसान रेशम उत्पादन में सक्षम हैं. जरूरत इन्हें मौजूदा दौर की उच्च तकनीक के साथ जोड़ने और प्रशिक्षण देने की है. उन्होंने कहा कि इसमें यदि हम सफल हो जाते हैं तो, चीन से रेशम के आयात को रोकने में भी हम कामयाब होंगे. सीएम योगी गुरुवार को गोरखपुर में रेशम एवं वस्त्र उद्योग विभाग की तरफ से लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के बाद, रेशम उत्पादन से जुड़े हुए किसानों को सम्मानित करने और उन्हें संबोधित करने के दौरान बोल रहे थे. इस दौरान मंच पर प्रदेश के रेशम एवं वस्त्र उद्योग मंत्री राकेश सचान, अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल भी मौजूद रहे. सीएम योगी ने कहा कि पूर्वांचल का यह क्षेत्र जिसमें गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़, खलीलाबाद, बस्ती, मऊ आता है. यहां रेशम और हैंडलूम के बेहतर कारीगर हैं. यदि इन्हें रेशम के उत्पादन तकनीक और प्रशिक्षण से जोड़ा जाएगा तो, यह चाइना जैसे देश पर रेशम के आयात की निर्भरता खत्म हो जाएगी.
ये भी पढ़ेंः शाइस्ता परवीन का टिकट काटकर महापौर कैंडिडेट बदलेगी बसपा