गोरखपुरः गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple) में लगने वाले विश्व प्रसिद्ध खिचड़ी के मेले में सुरक्षा के साथ अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए बुधवार को प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा (Chief Secretary Durga Shankar Mishra) और पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान अपने अधिकारियों के लाव लश्कर के साथ पहुंचे. मंदिर परिसर में यह मेला तो मकर संक्रांति पर्व से पहले ही शुरू हो जाता है लेकिन, प्रतिवर्ष मकर संक्रांति के दिन गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने आसपास के जिलों के अलावा, नेपाल और अन्य देशों से भी लोग पहुंचते हैं. जिनकी संख्या दो से ढाई लाख तक होती है. ऐसे में सुरक्षा और व्यवस्था में कोई कोर कसर न रह जाए. आने वाले श्रद्धालुओं को हर प्रकार की सुविधा मंदिर परिसर में मिले. उसकी निगरानी करने के लिए दोनों उच्चाधिकारी दिन के करीब 12:00 बजे गोरखनाथ मंदिर पहुंचे और भ्रमण कर स्थितियों का जायजा लिया.
उत्तर प्रदेश के दो उच्चाधिकारियों को मंदिर के व्यवस्थापक सचिव द्वारका तिवारी ने इन दोनों अधिकारियों को यहां की व्यवस्था और धार्मिक महत्व के बारे में बताया. इसके बाद दोनों अधिकारियों से मिले फीडबैक का भी दोनों ने सूक्ष्म विश्लेषण कर मीडिया से कहा कि "लोगों को बदलते हुए उत्तर प्रदेश का यहां आने के बाद अनुभव होना चाहिए " इस बात का प्रयास किया जाएगा.
मुख्य सचिव और डीजीपी (Chief Secretary and DGP) को बुधवार की सुबह 10:30 बजे ही गोरखनाथ मंदिर पहुंच जाना था. लेकिन, मौसम की वजह से यह करीब डेढ़ घंटे की देरी से यहां पहुंचे. इनके स्वागत में जिलाधिकारी, कमिश्नर से लेकर सभी आला अधिकारी डटे रहे. सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक न हो इसके लिए एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर खुद मॉनिटरिंग कर रहे थे. इसके बाद उनका काफिला गोरखनाथ मंदिर में पहुंचता है. दोनों अधिकारियोंं ने सबसे पहले बाबा गोरखनाथ मंदिर में दर्शन पूजन करते हैं. फिर मंदिर परिसर में भ्रमण कर की जा रही व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया.
मीडिया से बात करते हुए चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि 18 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व है. तब तक यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना होगा. लेकिन प्रत्येक मंगलवार, शनिवार को भी यहां पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है. खिचड़ी मेले के दौरान महिला हो या पुरुष सभी को सुरक्षा से लेकर, स्वास्थ्य की भी कोई समस्या न आए उसके निदान का मेला परिसर में ही इंतजाम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने सभी तैयारियों को अंजाम दिया है. फिर भी बदलते उत्तर प्रदेश में इस महत्वपूर्ण मेले से बड़े बदलाव का अच्छा संदेश जाए उसका प्रयास होगा. इन्हीं बिंदुओं की निगरानी करने के लिए वह लोग पहुंचे हैं. अधिकारियों के साथ एक रिव्यू मीटिंग भी करेंगे जो कमियां रहेगी. उसे भी दूर करेंगे. उन्होंने कहा कि मेला परिसर में तो साफ-सफाई बेहतर हो ही इस दौरान पूरे शहर को भी स्वच्छ बनाया जाए. आने वाले यात्रियों को ट्रांसपोर्टेशन की कोई असुविधा न हो इसके लिए अधिकतम बसों को भी संचालित किया जाए. इन सभी मुद्दों पर सकारात्मक पहल की जाएगी. जिससे मेला सकुशल संपन्न हो.
वहीं, सुरक्षा व्यवस्था के मुद्दे पर प्रदेश के डीजीपी डीएस चौहान ने कहा कि मेले के दौरान पूरा मेला परिसर और मंदिर त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में होगा. पुलिस, पीएसी और एटीएस के अलावा अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी यहां की निगरानी करेंगी. जिससे किसी भी प्रकार की कोई चूक ना होने पाए. गोरखनाथ मंदिर में पिछले वर्ष एक आतंकी घटना घटी थी. साथ ही छोटी मोटी वारदात की बातें भी आती रहती हैं. ऐसे में सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक बड़ी चूक होगी. जिसे न होने दिया जाए इसका खाका तैयार किया गया है. उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को होगा. लेकिन उसके 3 दिन पहले से ही विशेष प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था रहेगी. जिससे लोगों को भी अवगत कराया जाएगा. इसमें सोशल मीडिया समेत अन्य प्लेटफार्म का उपयोग किया जाएगा. जिससे मेले में आने वाले लोगों को किसी भी प्रकार का भय ना रहे.
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