गोरखपुर: फरवरी 1922 चौरी चौरा की घटना में शामिल क्षेत्र के जनांदोलनकारी मोलहू के पौत्र गंगा वृद्धा पेंशन के लिए एक साल से स्थानीय अधिकारियों का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनकी फरियाद कोई सुन नहीं रहा है. जहां देश के लिए प्राणों की बाजी लगाने वालों के वंशजों के साथ अन्याय हो रहा है. वहीं अब हारकर उन्होंने खण्ड विकास अधिकारी से मदद की गुहार लगाई है.
परिजन ने खण्ड विकास अधिकारी से पेंशन दिलाने की मांग की
शुक्रवार को खण्ड विकास अधिकारी के समक्ष फरियादी ने अगस्त 1972 में तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी के द्वारा अपने पिता को मिला ताम्रपत्र लेकर पहुंचे और खण्ड विकास अधिकारी से पेंशन की गुहार लगाई. खण्ड विकास अधिकारी ने अपने मातहतों को बुलाकर पीड़ित के पेंशन मिलने में हो रही अड़चनों को दूर करते हुए आवश्यक कार्यवाही का निर्देश दिया है.
स्वतंत्रता के 25 वर्ष पूरे होने पर अगस्त 1972 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने चौरी चौरा जनांदोलनकारियों के परिजनों को ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया था.
इनके पिता को इंदिरा गांधी ने ताम्र पत्र दिया था. बुजुर्ग होने के नाते इनको पेंशन मिलनी चाहिए. मैंने इनके द्वारा आवेदन पर तुरंत कार्यवाही के आदेश दिए है. उम्मीद है कि जल्द ही इनको पेंशन मिल जाएगी.
प्रभात रंजन शर्मा, खण्ड विकास अधिकारी