गोरखपुर: 'एक नई आशा' संस्था द्वारा बनकटी चक प्राथमिक विद्यालय का कायाकल्प योजना के तहत सौंदर्यीकरण कार्य का लोकार्पण करने पहुंचे बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने संस्था के सदस्यों को बधाई देते हुए कायाकल्प योजना के तहत विद्यालय का निरीक्षण कर वहां मौजूद छात्र-छात्राओं से पठन-पाठन विषय पर जानकारी प्राप्त की.
नगर क्षेत्र के बरकती प्राथमिक विद्यालय में हुए कायाकल्प का गहनता से निरीक्षण करने के बाद बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने बच्चों से पूछा कि कल से विद्यालय खुल रहे हैं, आप सभी विद्यालय आएंगे तो सभी बच्चों ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया कि घर पर ऑनलाइन के माध्यम से पढ़ने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. अब विद्यालय खुल जाएंगे तो काफी आराम हो जाएगा.
इस दौरान मीडियाकर्मियों से बात करते हुए बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि एक मार्च से प्राथमिक विद्यालय खुल जाएंगे. प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुशल प्रबंधन के कारण कोरोना काल के बाद अब स्थितियां लगभग सामान्य हैं. वृहद पैमाने पर टीकाकरण का कार्य शासन द्वारा कराया जा रहा है. इसलिए बच्चों के पठन-पाठन में और ज्यादा क्षति न हो, इसको ध्यान में रखकर हम लोग स्कूल खोल रहे हैं.
बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि केंद्र, प्रदेश व स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन व समय-समय पर दिए जाने वाले दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए विद्यालय खुलेंगे. उन्होंने कहा कि वह सभी अभिभावकों से अपील करेंगे कि वैसे तो बच्चे पूरे कोविड काल में बड़ों से ज्यादा जागरूक रहे हैं. हाथ धोना, मास्क लगाना, सैनिटाइजर का उपयोग बच्चे भी घर में बताते रहते हैं फिर भी अभिभावक उनका ध्यान रखें.
बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि हमारे शिक्षक भी आने वाले कुछ महीनों तक शिक्षक से ज्यादा अभिभावक की भूमिका में रहें और बच्चों का ध्यान रखें. यदि किसी भी बच्चे के भीतर किसी भी प्रकार का कोई लक्षण दिखाई देता है तो उसे तुरंत जांच करा कर स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने का कार्य करें या ऐसे बच्चों को अभिभावक स्कूल न भेजें. पूरी सावधानी बरतते हुए पठन-पाठन की प्रक्रिया फिर से सामान्य हो सके, इसलिए विद्यालय खोले जा रहे हैं.
बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि पिछले वर्ष 13 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आपातकालीन मीटिंग की गई थी, जिसमें शिक्षा मंत्री होने के नाते वह भी उपस्थित थे. उस समय निर्णय लिया गया था कि तत्काल स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए जाएं. उसी समय प्राइमरी से यूनिवर्सिटी लेवल के स्कूलों को बंद कर दिया गया था. लगभग एक साल बाद विश्वविद्यालय और इंटर कॉलेज तो पहले खुल चुके थे, वहीं जूनियर हाईस्कूल भी 10 फरवरी से खोल दिए गए थे, लेकिन हमारे प्राइमरी स्कूल लगभग एक वर्ष बाद खुलने जा रहे हैं. यह हमारे लिए हर्ष का विषय है.