गोरखपुर: शहर के विभिन्न चौराहों से यातायात पुलिस को चकमा देकर फर्राटे से अपनी गाड़ी पार करने वाले लोग पूरी तरह से सावधान हो जाएं, क्योंकि वे अगर अब ऐसी गलती करेंगे तो उनकी गाड़ी का चालान ऑटोमेटिक कट जाएगा. हां जी इसे ही करते हैं ई-चालान. इतना ही नहीं चालान कटते ही इसका मैसेज सीधा बाइक मालिक के रजिस्टर मोबाइल पर जाएगा, जिसका शुल्क हर साल गाड़ी मालिक को भरना होगा.
यह कार्य गोरखपुर को स्मार्ट सिटी बनाने की तर्ज पर यातायात सिस्टम में किए जा रहे बदलाव का नतीजा है, जो 15 जनवरी से पूरी तरह से शहर के 9 चौराहों पर लागू हो जाएगा. इसकी सफलता के बाद यह सिस्टम शहर के हर चौराहे पर लगाया जाएगा.
12 करोड़ की लागत
जिलाधिकारी गोरखपुर की मानें तो कुल 9 चौराहों पर इस सिस्टम को स्थापित करते हुए 15 जनवरी से ऑटोमेटिक चालान की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. इस सिस्टम को लगाने के लिए राज्य सरकार ने कुल 12 करोड़ रुपये जारी किए हैं. वहीं बिना हेलमेट के गाड़ी चला रहे लोग भी इस सिस्टम को सही बताते हैं, लेकिन ठंड में हेलमेट न लगा पाने की मजबूरी को भी बयां करते हैं.
कैमरा कैद करेगा वाहन की तस्वीर
रेड लाइट वायलेशन सिस्टम के लग जाने के बाद किसी ने लाल बत्ती क्रॉस की तो सिस्टम में लगा कैमरा वाहन की तस्वीर कैद कर लेगा. इसके बाद कंट्रोल रूम में बैठा कर्मचारी जूम करके वाहन नंबर के आधार पर चालान को उनके घर भेजेगा, जिन्होंने यातायात नियम का उल्लंघन किया है. मोबाइल पर भी चालान कटने की सूचना पहुंच जाएगी. ऐसे ही बिना हेलमेट के गाड़ी चलाने वालों का भी चालान कटेगा.
डीएम ने दी जानकारी
गोरखपुर डीएम के. विजेंद्र पांडियन ने बताया कि चोरी के वाहनों को भी पकड़ने में इस सिस्टम से कामयाबी मिलेगी. इसके लिए सिस्टम में हाई पावर सर्विस लेंस कैमरे लगाए गए हैं. लोगों को असुविधा न हो इसके लिए स्टॉप टाइमिंग कम रखा जाएगा, जिससे लोग निकलते रहें. शहर के गोलघर, कचहरी, रुस्तमपुर, विजय चौराहा, देवरिया बाईपास, पैडलेगंज, मोहद्दीपुर और काली मंदिर तिराहे पर सिस्टम फिलहाल स्थापित हो रहा है.
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