गोरखपुर: प्रतिकूल मौसम ने शहीद अशफाक उल्लाह खां प्राणी उद्यान के लोकार्पण पर ग्रहण लगा दिया है. जनवरी माह से शुरू हुए ठंड के उतार-चढ़ाव भरे मौसम के चलते इस चिड़ियाघर में देश के विभिन्न चिड़ियाघरों से लाये जाने वाले जानवरों को नहीं लाया जा सका, जिसकी वजह से मकर संक्रांति के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों होने वाला लोकार्पण नहीं हो पाया. हालांकि सेंट्रल जू अथॉरिटी ने इस चिड़ियाघर में देश के विभिन्न चिड़ियाघरों से जानवरों को लाये जाने की अनुमति दे दी है. लेकिन जब तक जानवरों के लायक अनुकूल मौसम नहीं होता वन विभाग के अधिकारी जानवरों का ट्रांसपोर्टेशन नहीं कर सकते. वहीं इस दौरान निर्माण से जुड़े कुछ कार्य अभी शेष हैं, जो इस माह में पूर्ण हो जाएंगे.
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही जिन जानवरों को लाया जाना है, उनकी फिटनेस रिपोर्ट बरेली सेंटर से आएगी, फिर जाकर जानवरों का ट्रांसपोर्टेशन किया जाएगा. चिड़ियाघर निर्माण से जुड़े प्रोजेक्ट मैनेजर ने तैयारियों को अंतिम रूप में बताया है और फरवरी माह उद्घाटन के लिए उपयुक्त भी बताया है. मुख्यमंत्री के लगातार निगरानी पर कमिश्नर गोरखपुर ने भी सेंट्रल जू अथॉरिटी के नियमों को ध्यान में रखते हुए जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें अभी चिड़ियाघर के उद्घाटन की तिथि आगे बढ़ सकती है, क्योंकि मौसम ही इसमें बाधक बना हुआ है.
अफ्रीका से आएंगे एक जोड़ी जेब्रा
पूर्वांचल के साथ पूरे प्रदेश में इस चिड़ियाघर को आकर्षक बनाए जाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. यही वजह है कि अफ्रीका से 1 जोड़ी जेब्रा मंगाए जाने की प्रक्रिया भी चल रही है. कानपुर चिड़ियाघर से 36 लखनऊ चिड़ियाघर से भी 36 जानवर ही लाए जाएंगे. नेशनल जूलॉजिकल पार्क से 19, बंद हो चुके पार्कों से 19 और गोरखपुर के वन संरक्षण केंद्र से भी जानवरों को यहां लाया जाएगा. इसके अलावा असम, जूनागढ़ और देश के अन्य केंद्रों से भी 59 जानवरों को यहां लाया जाना है.
चिड़ियाघर में क्या होता है चुम्बकीय कार्य
चुंबकीय कार्य के तहत बड़े-बड़े चुम्बकों से पूरे चिड़ियाघर परिसर और बाड़ों की जमीन से संपर्क स्थापित करते हुए जांच होती है. इसका मकसद यह होता है कि कहीं पर भी कील या जानवरों को चुंभने लायक लोहे आदि हो तो उन्हें निकाला जा सके, जिससे जानवरों को चोट न पहुंचे. इसके लिए एक्सपर्ट टीम अपना काम पूरा कर पॉजिटिव रिपोर्ट दे चुकी है. सभी बाड़ों का सैनिटाइजेशन भी हो चुका है.