गोरखपुर: शहर को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए एम्स के डॉक्टरों के नेतृत्व में सामाजिक कार्यों से जुड़े हुए लोग निकल पड़े हैं. सार्वजनिक स्थलों और पार्कों में गंदगी फैलाने वालों को नसीहत देने के साथ ये लोगों में जागरुकता फैलाने का कार्य भी कर रहे हैं. इस कार्य को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने इसे मातेश्वरी सामाजिक संस्थान का नाम भी दिया है.
ये लोग भी ले रहे बढ़-चढ़कर हिस्सा
इस कार्य में डाक्टरों के साथ, इंजीनियर, मीडियाकर्मी और सामाजिक कार्य से जुड़े अन्य लोग भी शामिल हो रहे हैं. इन्होंने अपने अभियान की शुरुआत शहर के प्रमुख पार्क विंध्यवासिनी पार्क से किया. यहां लोग अपनी सेहत के लिए खुले में टहलने, पार्क में स्थापित योग, व्यायाम के साधनों का उपयोग करने आते हैं. लेकिन इस दौरान चाय के प्यालों समेत अन्य खाद्य सामग्रियों को लोग पार्क में छोड़ जाते हैं.
जहां-तहां पड़ी गंदगी को किया हाथ से साफ
इस समूह ने जहां-तहां पड़ी गंदगियों को अपने हाथों से एक-एक करके उठाया और कूड़ेदान में डाल दिया. इस दौरान टीम का नेतृत्व कर रहे डॉ अमित रंजन ने लाउडस्पीकर के जरिए सभी को आवाज देकर एकत्रित किया. इसके साथ ही गंदगी और स्वच्छता के बीच के अंतर को भी समझाया. इस प्रयास से प्रभावित होकर लोग पार्क में फैलाई गई गंदगी को खुद साफ करते नजर आए. इस अभियान में शामिल डॉक्टर पूनम यादव ने कहा कि शहर की स्वच्छता के लिए उनकी टीम जो प्रयास कर रही है उसे मंडलायुक्त जयंत नारलीकर ने भी अपना समर्थन दिया है.
नगर निगम के आयुक्त से की सहयोग की अपील
उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए नगर निगम के आयुक्त को भी हमें सहयोग प्रदान करने को कहा है. उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक सप्ताह उनकी टीम इस तरह के अभियान पर निकलेगी जिससे शहर के अधिक से अधिक लोग जागरूक किए जा सकें. इस प्रयास से न सिर्फ शहर स्वच्छ होगा, बल्कि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य भी मिल सकेगा. उन्होंने लोगों से गन्दगी फैलाने से होने वाली बीमारियों की जानकारी और पॉलीथिन को डस्टबिन में डालने की अपील की.
डॉक्टरों ने सफाई कर कही ये बात
इसके साथ ही सभी डॉक्टरों ने खुद श्रम दान के तहत कचरा एवं पॉलीथिन उठा कर साफ की. इन लोगों ने एक प्रार्थना पत्र कमिश्नर को भी दिया, जिसमें शहर के जगह-जगह नाले बन्द कराने और कूड़े के बॉक्स रखने की अपील की. इसमे एम्स के डॉक्टरों ने वालंटियर के रूप में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. उन्होंने संकल्प लिया है कि शहर को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने के लिए उनकी टीम पूरा प्रयास करेगी. उन्होंने अधिकारी, डॉक्टर, नेता, मीडिया सभी से साथ जुड़कर इस अभियान को सफल बनाने की अपील की है.
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बिमारियों से बचाने के लिए किया जागरुक
इसी प्रकार एम्स गोरखपुर में कार्यकारी निदेशिका डॉ सुरेखा किशोर के नेतृत्व में हर सप्ताह एम्स के सभी डॉक्टरों परिसर में पूरे उत्साह से श्रमदान में भाग लेते हैं. इसी से प्रेरणा लेते हुए डॉक्टर अमित रंजन ने अन्य सभी डॉक्टरों से अपील की है कि सप्ताह में एक दिन गोरखपुर के पार्क में श्रमदान के माध्यम से जनता को जागरूक किया जायेगा. इसमें डॉक्टरों की संस्था मछरों से होनी वाली बीमारी की जानकारी आम जनता को देगी. जिससे इंसेफ्लाइटिस जैसी बीमारी की रोकथाम हो सकेगी. इस कार्यक्रम में एम्स की डॉ विजय लक्ष्मी और डॉ प्रीति प्रियदर्शिनी ने भी भाग लिया.