ETV Bharat / state

Stolen In Atm Gorakhpur: रातोंरात अमीर बनने के लिए दो इंजीनियर ने एटीएम से की लाखों की ठगी, ऐसे हुए गिरफ्तार - एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई

मैकेनिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद दो युवा चोर बन गए. उन्होंने अपना सारा दिमाग एटीएम के ट्रेलर मशीन से चोरी में लगानी शुरू कर दी. पुलिस ने ऐसे किया गिरफ्तार.

stolen in atm gorakhpur
stolen in atm gorakhpur
author img

By

Published : Jan 19, 2023, 7:17 PM IST

गोरखपुरः कम समय में अमीर बनने की लालच ने शहर के दो युवा इंजीनियरों को सलाखों के पीछे भेज दिया. मैकेनिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद दोनों युवकों ने रातो-रात अमीर बनने की ख्वाहिश में गलत रास्ता चुन लिया. दोनों ने गोरखपुर से लेकर कानपुर शहर तक एटीएम से पैसे भी निकाल लेते थे और खाते में बैलेंस भी बना रहता था. इन दोनों 6 लाख रुपये की निकासी कर ली थी. इस बीच पुलिस ने गुरुवार को दोनों को धर लिया.

एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि राजघाट थाना पुलिस ने एटीएम के माध्यम से बैंक से फ्रॉड करने वाले दो शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है. ये एटीएम फ्रॉड के माहिर खिलाड़ी हैं. इन्होंने एसबीआई बैंक को लाखों रुपये का चूना लगाया है. आरोपियों की पहचान फैज खान और विजय यादव के रूप में हुई है. विजय यादव कानपुर के साड़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है. वहीं, फैज खान गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र का रहने वाला है.

एसपी सिटी ने बताया कि एक मैकेनिकल दूसरा कंप्यूटर साइंस का इंजीनियर है. यह दोनों लोग एक्सिस बैंक का एटीएम यूज करते थे. एसबीआई के ट्रेलर मशीन जिसमें पैसा डाला और निकाला जाता है उसी से निकासी करते थे. पहले अपने दोस्तों के माध्यम से यह उनका अकाउंट खुलवाते थे. फिर उन्हें ढाई- ढाई हजार रुपये देकर उन्हीं के एटीएम का इस्तेमाल करके खाते में पैसे डालते थे.

इसके बाद ये निकासी के समय एसबीआई के यू ट्रेलर मशीन पर जाते थे और 10 हजार रुपये निकाल लेते थे और ऑनलाइन में आगे की लाइन धीरे से बंद कर देते थे, जिससे ट्रांजैक्शन का मैसेज शो नहीं होता था. इसके बाद ये पैसा रख लेते थे. फिर कस्टमर केयर के माध्यम से रिक्लेम करते थे. उन्हें बैक से पैसा मिल जाता था. इस तरीके से इन्होंने अभी तक 5 लाख नब्बे हजार रुपये का फ्रॉड एसबीआई बैंक से किया था. इन्होंने शहर के बेतियाहाता, मोहद्दीपुर, कानपुर सहित कई जगहों से ट्रांजैक्शन किया था. एसपी सिटी ने बताया कि इनका तीसरा मास्टर माइंड साथी उदय अभी फरार है. उसकी गिरफ्तारी में पुलिस टीम लगी हुई है.

एसपी सिटी ने बताया कि मैसेज के जरिए रिक्लेम करने और ट्रांजैक्शन में होने वाली गड़बड़ियों को ध्यान में रखकर बैंक ने जब जांच शुरू की तो ये लोग एटीएम के पास में लगे सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से पकड़ में आए. बैंक के तरफ से राजघाट थाना क्षेत्र में इस मामले को दर्ज कराया गया था. जिसके बाद पुलिस इनकी गिरफ्तारी में जुटी हुई थी. अब यह जेल भेजे जा रहे हैं. इन तीनों आरोपियों के ऊपर गैंगेस्टर की कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने इनके पास से एक ब्रेजा गाड़ी, एक मोटरसाइकिल एचएफ डीलक्स, 70 हजार रुपये नगद, 10 एटीएम कार्ड, दो मोबाइल फोन बरामद किया है.

ये भी पढ़ेंः Cyber Fraud In Kasganj: गिफ्ट के चक्कर में महिला डॉक्टर हुई साइबर ठगी का शिकार

गोरखपुरः कम समय में अमीर बनने की लालच ने शहर के दो युवा इंजीनियरों को सलाखों के पीछे भेज दिया. मैकेनिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद दोनों युवकों ने रातो-रात अमीर बनने की ख्वाहिश में गलत रास्ता चुन लिया. दोनों ने गोरखपुर से लेकर कानपुर शहर तक एटीएम से पैसे भी निकाल लेते थे और खाते में बैलेंस भी बना रहता था. इन दोनों 6 लाख रुपये की निकासी कर ली थी. इस बीच पुलिस ने गुरुवार को दोनों को धर लिया.

एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि राजघाट थाना पुलिस ने एटीएम के माध्यम से बैंक से फ्रॉड करने वाले दो शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है. ये एटीएम फ्रॉड के माहिर खिलाड़ी हैं. इन्होंने एसबीआई बैंक को लाखों रुपये का चूना लगाया है. आरोपियों की पहचान फैज खान और विजय यादव के रूप में हुई है. विजय यादव कानपुर के साड़ थाना क्षेत्र का रहने वाला है. वहीं, फैज खान गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र का रहने वाला है.

एसपी सिटी ने बताया कि एक मैकेनिकल दूसरा कंप्यूटर साइंस का इंजीनियर है. यह दोनों लोग एक्सिस बैंक का एटीएम यूज करते थे. एसबीआई के ट्रेलर मशीन जिसमें पैसा डाला और निकाला जाता है उसी से निकासी करते थे. पहले अपने दोस्तों के माध्यम से यह उनका अकाउंट खुलवाते थे. फिर उन्हें ढाई- ढाई हजार रुपये देकर उन्हीं के एटीएम का इस्तेमाल करके खाते में पैसे डालते थे.

इसके बाद ये निकासी के समय एसबीआई के यू ट्रेलर मशीन पर जाते थे और 10 हजार रुपये निकाल लेते थे और ऑनलाइन में आगे की लाइन धीरे से बंद कर देते थे, जिससे ट्रांजैक्शन का मैसेज शो नहीं होता था. इसके बाद ये पैसा रख लेते थे. फिर कस्टमर केयर के माध्यम से रिक्लेम करते थे. उन्हें बैक से पैसा मिल जाता था. इस तरीके से इन्होंने अभी तक 5 लाख नब्बे हजार रुपये का फ्रॉड एसबीआई बैंक से किया था. इन्होंने शहर के बेतियाहाता, मोहद्दीपुर, कानपुर सहित कई जगहों से ट्रांजैक्शन किया था. एसपी सिटी ने बताया कि इनका तीसरा मास्टर माइंड साथी उदय अभी फरार है. उसकी गिरफ्तारी में पुलिस टीम लगी हुई है.

एसपी सिटी ने बताया कि मैसेज के जरिए रिक्लेम करने और ट्रांजैक्शन में होने वाली गड़बड़ियों को ध्यान में रखकर बैंक ने जब जांच शुरू की तो ये लोग एटीएम के पास में लगे सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से पकड़ में आए. बैंक के तरफ से राजघाट थाना क्षेत्र में इस मामले को दर्ज कराया गया था. जिसके बाद पुलिस इनकी गिरफ्तारी में जुटी हुई थी. अब यह जेल भेजे जा रहे हैं. इन तीनों आरोपियों के ऊपर गैंगेस्टर की कार्रवाई की जाएगी. पुलिस ने इनके पास से एक ब्रेजा गाड़ी, एक मोटरसाइकिल एचएफ डीलक्स, 70 हजार रुपये नगद, 10 एटीएम कार्ड, दो मोबाइल फोन बरामद किया है.

ये भी पढ़ेंः Cyber Fraud In Kasganj: गिफ्ट के चक्कर में महिला डॉक्टर हुई साइबर ठगी का शिकार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.