गोरखपुर: उत्तर प्रदेश में गायों के लिए अब तक की सबसे सुरक्षित सरकार योगी आदित्यनाथ की बताई जाती है. लेकिन, उन्हीं के गढ़ गोरखपुर में गायों के कत्लेआम का एक सनसनीखेज मामला समाने आया है. मामला गोला थाना क्षेत्र के खदरा सिवान में सामने आया है. जहां करीब 25 से अधिक गोवंशों का कत्लेआम हुआ. यहां, कसाईयों ने गोवंशों को काटा और उसके मांस उठा ले गए. उसके अवशेष और कुछ मांस को गठरी में बांधकर वहीं छोड़ दिया. सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक आला अफसर मौके पर पहुंच गए. पुलिस ने अवशेषों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है. वहीं, बाकी बचे अवशेषों को गढ्ढा खोदकर मिट्टी में दफना दिया गया.
शुक्रवार की दोपहर चोपलहवा बाग की तरफ एक साथ काफी ढेर सारे चील और कौवे उड़ रहे थे. यह देख ग्रामीणों को कुछ शक हुआ. उन्हें किसी अनहोनी की आशंका हुई तो करीब जाकर देखा. ग्रामीण जब करीब पहुंचे तो खदरा सिवान के पास जगह- जगह दर्जनों गोवंश के अवशेष बिखरे पड़े थे. यह देख सभी दंग रह गए. ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी. सूचना मिलते ही SP साउथ अरुण कुमार सिंह पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए. गोवंश के अवशेष देखकर पुलिस के भी हाथ- पांव फूल गए. आनन-फानन में अवशेषों के सैंपल लिए गए. साथ ही बचे अवशेष को दफना दिया गया.
घटनास्थल के आसपास बिखरे मांस को गठ्ठरों में बांध कर फेंका गया. माना जा रहा है कि गोवंशों को यहीं पर काटा गया और फिर इसका मांस कहीं और भेज दिया गया. जो, हिस्सा नहीं जा सका, उसे वहीं छोड़ दिया गया होगा. इतना ही नहीं, घटनास्थल पर नए और बड़े फंदे भी मिले हैं. जिससे इन छुट्टा पशुओं को पकड़ने का काम किया गया था. घटनास्थल पर देखने पर यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि कसाईयों ने पूरी तैयारी के साथ ही इस काम को अंजाम दिया.
जानकारी मिल रही है कि एक दिन पहले यानी कि गुरुवार को घटनास्थल के पास के एक गांव में विशेष धर्म के लोगों का जलसा भी हुआ था. जिसमें काफी अधिक संख्या में समुदाय के लोगों की भीड़ भी जुटी थी. ऐसे में ग्रामीण आशंका जता रहे हैं कि गोवंशों का वध कर जलसा में दावत हुई होगी. जबकि, SP साउथ अरुण कुमार सिंह का कहना है कि मामले में केस दर्ज कर जांच की जा रही है. जल्द ही सब कुछ साफ हो जाएगा.
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