गोरखपुरः भारत से काठमांडू जाने वाले यात्रियों ने जल्द ही बड़ी सौगात मिलने वाली है. बता दें, कि बहुत जल्द ही गोरखपुर-काठमांडू (Gorakhpur-Kathmandu) के बीच एसी बस सेवा की शुरुआत होने जा रही है. इस सेवा के साथ भारत नेपाल के रिश्तों में नई प्रगाढ़ता आएगी और नए दौर की शुरुआत होगी.
दोनों देशों के बीच में ट्रांसपोर्ट के अधिकारियों की बातचीत हो चुकी है और एमओयू भी साइन हो चुका है. बस संचालन के लिए परमिट भी जारी कर दिया गया है. गोरखपुर परिवहन क्षेत्र(Gorakhpur Transport Zone) ने भारत सरकार के विदेश मंत्रालय से इसकी अनुमति प्राप्त कर ली है. बस इन बसों को रवाना करने के दिन और तिथि की घोषणा होनी बाकी है.
गोरखपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक पीके तिवारी ने बताया कि यह बस सेवा एक दिन के अंतराल पर दोनों देशों के बीच जारी होगी. यह टू सीटर जनरथ एसी बस(Two Seater Genrath AC Bus) होगी, जिसके माध्यम से भारत और नेपाल के यात्री काठमांडू की यात्रा कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि इसका किराया 1,005 रुपये रखा गया है.
प्रबंधक ने कहा कि भारत नेपाल मैत्री संघ (India Nepal Friendship Association) की इसको लेकर बहुत दिनों से मांग चल रही थी. हालांकि प्रदेश में गाजियाबाद, वाराणसी से काठमांडू के लिए बस सेवा चल रही है, लेकिन नेपाल से सटा और बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान होने की वजह से गोरखपुर से काठमांडू के लिए डायरेक्ट एसी बस की डिमांड बहुत दिनों से लंबित थी, जिसके अब पूरे होने का समय करीब आ गया है.
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पीके तिवारी ने बताया कि करीब 2 वर्ष पहले परिवहन निगम में नेपाल ट्रांसपोर्ट के सहयोग से गोरखपुर काठमांडू एसी बस सेवा(Gorakhpur Kathmandu AC Bus Service) शुरू करने की प्रक्रिया प्रारंभ की थी, लेकिन कोविड-19 के चलते प्रक्रिया ठप हो गई थी. हालात सामान्य होने के बाद इसने फिर अपनी गति को पकड़ा, तो नेपाल ट्रांसपोर्ट(Nepal Transport) के प्रतिनिधि ने गोरखपुर आकर अधिकारियों से इस संबंध में मुलाकात की. इसके बाद यह प्रोजेक्ट फाइनल हो गया.
परिवहन निगम और नेपाल ट्रांसपोर्ट की संयुक्त रिपोर्ट के आधार पर मुख्यालय लखनऊ ने बस सेवा की संस्तुति करते हुए परमिट जारी कर दिया है. प्रबंधक पीके तिवारी का कहना है कि हफ्ते-दस दिन के भीतर इसको हरी झंडी दिखाकर रवाना करने की उम्मीद दिखाई दे रही है.
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