गोरखपुर: जिले में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने वाले शिक्षकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अब तक 23 शिक्षकों के खिलाफ मामला तय हो चुका है. जिसमें दो की बर्खास्तगी कर दी गई है. जल्द ही अन्य फर्जी शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी. इतना ही नहीं सेवा के दौरान वेतन के रूप में हासिल की गई रकम की भी वसूली उनसे की जाएगी.
उन्होंने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाए जाएगा उसके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत होगा और विभागीय कार्रवाई भी होगी. जिन दो शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है. उसमें प्रवीण कुमार गौतम नाम का शिक्षक जिले के बांसगांव ब्लाक के एक स्कूल पर तैनात था, तो वहीं दूसरे शिक्षक के रूप में मंजू देवी का नाम सामने आया है, जो फर्जी अंक पत्र के आधार पर नौकरी कर रही थी.
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विभागीय जांच में पता चला कि नियुक्ति के बाद ही उनके दस्तावेजों के सत्यापन के दौरान स्नातक के अंकपत्र में गड़बड़ी मिली थी. वहीं देवरिया के वीरेंद्र शुक्ला ने बेसिक शिक्षा विभाग में शिकायत की थी कि गोला के प्राथमिक विद्यालय की सहायक अध्यापक मंजू देवी फर्जी अंक पत्र के आधार पर नौकरी कर रही हैं. विभाग ने उन्हें नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया. वह जवाब देने नहीं पहुंची और जांच में उनके अंकपत्र फर्जी पाए गए. जिसके बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया. फिलहाल जांच की जद में अभी कई और शिक्षक हैं, जिनके गर्दन पर बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है.