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गोरखपुर: फर्जी डिग्री पर नौकरी कर रहे हैं 23 शिक्षक, दो बर्खास्त - two fake teachers dismissed in gorakhpur

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में फर्जी डिग्री पर नौकरी कर रहे 23 शिक्षकों का मामला सामने आया है. वहीं बीएसए ने इस मामले में दो शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है.

दो शिक्षक बर्खास्त.
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Published : Sep 21, 2019, 4:35 PM IST

गोरखपुर: जिले में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने वाले शिक्षकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अब तक 23 शिक्षकों के खिलाफ मामला तय हो चुका है. जिसमें दो की बर्खास्तगी कर दी गई है. जल्द ही अन्य फर्जी शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी. इतना ही नहीं सेवा के दौरान वेतन के रूप में हासिल की गई रकम की भी वसूली उनसे की जाएगी.

देखें रिपोर्ट.
फर्जी शिक्षकों का यह खेल धीरे-धीरे उजागर होना शुरू हुआ और एक के बाद एक शिक्षकों का नाम सामने आने लगा. दरअसल, एक शिक्षक के खिलाफ शिकायत हुई और वह सही पाई गई. जिसके आधार पर फर्जी शिक्षकों को तलाशने और उनके रिकॉर्ड की सत्यापन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई. जिले के बेसिक शिक्षाधिकारी बीएन सिंह की मानें तो अब तक 23 शिक्षक चिन्हित किए जा चुके हैं. बाकी के खिलाफ भी जांच चल रही है.

उन्होंने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाए जाएगा उसके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत होगा और विभागीय कार्रवाई भी होगी. जिन दो शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है. उसमें प्रवीण कुमार गौतम नाम का शिक्षक जिले के बांसगांव ब्लाक के एक स्कूल पर तैनात था, तो वहीं दूसरे शिक्षक के रूप में मंजू देवी का नाम सामने आया है, जो फर्जी अंक पत्र के आधार पर नौकरी कर रही थी.

ये भी पढ़ें- सोनभद्र: आस लगाए बैठे पर्यटक, आखिर कब बहुरेंगे मुक्खा फॉल के दिन

विभागीय जांच में पता चला कि नियुक्ति के बाद ही उनके दस्तावेजों के सत्यापन के दौरान स्नातक के अंकपत्र में गड़बड़ी मिली थी. वहीं देवरिया के वीरेंद्र शुक्ला ने बेसिक शिक्षा विभाग में शिकायत की थी कि गोला के प्राथमिक विद्यालय की सहायक अध्यापक मंजू देवी फर्जी अंक पत्र के आधार पर नौकरी कर रही हैं. विभाग ने उन्हें नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया. वह जवाब देने नहीं पहुंची और जांच में उनके अंकपत्र फर्जी पाए गए. जिसके बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया. फिलहाल जांच की जद में अभी कई और शिक्षक हैं, जिनके गर्दन पर बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है.

गोरखपुर: जिले में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने वाले शिक्षकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अब तक 23 शिक्षकों के खिलाफ मामला तय हो चुका है. जिसमें दो की बर्खास्तगी कर दी गई है. जल्द ही अन्य फर्जी शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी. इतना ही नहीं सेवा के दौरान वेतन के रूप में हासिल की गई रकम की भी वसूली उनसे की जाएगी.

देखें रिपोर्ट.
फर्जी शिक्षकों का यह खेल धीरे-धीरे उजागर होना शुरू हुआ और एक के बाद एक शिक्षकों का नाम सामने आने लगा. दरअसल, एक शिक्षक के खिलाफ शिकायत हुई और वह सही पाई गई. जिसके आधार पर फर्जी शिक्षकों को तलाशने और उनके रिकॉर्ड की सत्यापन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई. जिले के बेसिक शिक्षाधिकारी बीएन सिंह की मानें तो अब तक 23 शिक्षक चिन्हित किए जा चुके हैं. बाकी के खिलाफ भी जांच चल रही है.

उन्होंने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाए जाएगा उसके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत होगा और विभागीय कार्रवाई भी होगी. जिन दो शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है. उसमें प्रवीण कुमार गौतम नाम का शिक्षक जिले के बांसगांव ब्लाक के एक स्कूल पर तैनात था, तो वहीं दूसरे शिक्षक के रूप में मंजू देवी का नाम सामने आया है, जो फर्जी अंक पत्र के आधार पर नौकरी कर रही थी.

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विभागीय जांच में पता चला कि नियुक्ति के बाद ही उनके दस्तावेजों के सत्यापन के दौरान स्नातक के अंकपत्र में गड़बड़ी मिली थी. वहीं देवरिया के वीरेंद्र शुक्ला ने बेसिक शिक्षा विभाग में शिकायत की थी कि गोला के प्राथमिक विद्यालय की सहायक अध्यापक मंजू देवी फर्जी अंक पत्र के आधार पर नौकरी कर रही हैं. विभाग ने उन्हें नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया. वह जवाब देने नहीं पहुंची और जांच में उनके अंकपत्र फर्जी पाए गए. जिसके बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया. फिलहाल जांच की जद में अभी कई और शिक्षक हैं, जिनके गर्दन पर बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है.

Intro:गोरखपुर। जिले में फर्जी प्रमाण पत्र पर नौकरी करने वाले शिक्षकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब तक 23 शिक्षकों के खिलाफ मामला तय हो चुका है जिसमें दो की बर्खास्तगी कर दी गई है। जल्द ही अन्य फर्जी शिक्षकों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही होगी तो उनके खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत कराया जाएगा और सेवा के दौरान वेतन के रूप में हासिल की गई रकम की भी वसूली उनसे की जाएगी।

नोट--कम्प्लीट पैकेज, वॉइस ओवर अटैच


Body:फर्जी शिक्षकों का याह खेल धीरे-धीरे तब उजागर होना शुरू हुआ और एक के बाद एक शिक्षकों का नाम सामने आने लगा। एक शिक्षक के खिलाफ शिकायत हुई और वह सही पाई गई जिसके आधार पर फर्जी शिक्षकों को तलाशने और उनके रिकॉर्ड की सत्यापन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई। जिले के बेसिक शिक्षाधिकारी बीएन सिंह की मानें तो अब तक 23 शिक्षक चिन्हित किए जा चुके हैं। बाकी के खिलाफ भी जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ मुकदमा पंजीकृत होगा और विभागीय कार्यवाही भी होगी। जिन 2 शिक्षकों को बर्खास्त किया गया है उसमें प्रवीण कुमार गौतम नाम का शिक्षक जिले के बांसगांव ब्लाक के एक स्कूल पर तैनात था तो वहीं दूसरे शिक्षक के रूप में मंजू देवी का नाम सामने आया है जो फर्जी अंक पत्र के आधार पर नौकरी कर रही थी।

बाइट--बीएन सिंह, बेसिक शिक्षाधिकारी, गोरखपुर


Conclusion:विभागीय जांच में पता चला कि नियुक्ति के बाद ही उनके दस्तावेजों के सत्यापन के दौरान स्नातक के अंकपत्र में गड़बड़ी मिली थी। वही देवरिया के वीरेंद्र शुक्ला ने बेसिक शिक्षा विभाग में शिकायत की थी की गोला के प्राथमिक विद्यालय की सहायक अध्यापक मंजू देवी फर्जी अंक पत्र के आधार पर नौकरी कर रही हैं। विभाग ने उन्हें नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया। वह जवाब देने नहीं पहुंची और जांच में उनके अंकपत्र फर्जी पाए गए। जिसके बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया। फिलहाल जांच की जद में अभी कई और शिक्षक हैं जिनके गर्दन पर बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है।

मुकेश पाण्डेय
Etv भारत, गोरखपुर
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