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104 साल के केएल गुप्ता 60वीं बार चुने गए एन ई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री

60वीं बार एन ई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री बने कन्हैया लाल गुप्ता नरमू दफ्तर को ही घर और रेल कर्मियों को परिवार का सदस्य मानते हैं. रेलवे कर्मियों की समस्याओं का समाधान कराना ही उनके जीवन का लक्ष्य है.

केएल गुप्ता 60वीं बार चुने गए नरमू के महामंत्री
केएल गुप्ता 60वीं बार चुने गए नरमू के महामंत्री
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Published : Dec 29, 2020, 7:42 AM IST

Updated : Dec 29, 2020, 10:03 AM IST

गोरखपुरः एन ई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री के एल गुप्ता का नाम जुबां पर आते ही सौ साल से अधिक उम्र के युवा की तस्वीर दिमाग में घूमने लगती है. 60 वीं बार एन ई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री बने कन्हैया लाल गुप्ता नरमू दफ्तर को ही घर और रेल कर्मियों को परिवार का सदस्य मानते हैं. रेल कर्मियों की समस्याओं का समाधान कराना ही उनके जीवन का लक्ष्य है. कूल्हे की हड्डी इस साल जनवरी में टूट गई थी. लंबे समय तक वे अस्पताल में भर्ती रहे, और इसके बाद घर पर स्वास्थ्य लाभ लिया. अब स्वस्थ होकर वे दोगुनी ऊर्जा से संगठन का नेतृत्व कर रहे हैं. भारतीय रेल के इतिहास में पहली बार किसी भी ट्रेड यूनियन के नेता को लगातार 60 बार एक ही पद पर निर्वाचित किया गया है.

उम्र बढ़ी, लेकिन कम नहीं हुआ जज्बा

वार्षिक अधिवेशन में नई कार्यकारिणी का गणन

एन ई रेलवे मजदूर यूनियन के दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन के दूसरे दिन नई कार्यकारिणी का गठन हुआ. जिसमें 104 साल के कन्हैया लाल गुप्ता को सर्वसम्मति से महामंत्री चुना गया. अधिवेशन में रेल कर्मियों के हितों से खिलवाड़, ट्रेड यूनियन को कमजोर करने की साजिश, मान्यता प्राप्त संगठन के लिए 51% अनिवार्यता के विरोध में प्रस्ताव लाया गया और संगठन को मजबूत कर आंदोलन के संघर्ष का ऐलान किया गया. नई कार्यकारिणी में अध्यक्ष बसंत लाल चतुर्वेदी, कार्यवाहक अध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, उपाध्यक्ष मुन्नी लाल गुप्ता, महामंत्री केएल गुप्ता, महामंत्री ओंकारनाथ सिंह, नवीन कुमार मिश्रा, प्रदीप धर दुबे, सहायक महामंत्री अजय कुमार वर्मा, कोषाध्यक्ष विनय कुमार श्रीवास्तव निर्वाचित किए गये. पूर्वोत्तर रेलवे के वयोवृद्ध नेता नरमू के महामंत्री केएल गुप्ता को कार्यकर्ताओं ने माला पहनाकर उत्साहवर्धन किया और उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की.

उम्र बढ़ी, लेकिन जज्बा वही
उम्र बढ़ी, लेकिन जज्बा वही

एक ही पद पर 60वीं बार हुआ चयन

एन ई रेलवे मजदूर यूनियन के अध्यक्ष बसंत लाल चतुर्वेदी ने बताया कि जब उन्होंने रेलवे में पदभार ग्रहण किया था, तब भी केएल गुप्ता जी ही महामंत्री थे. आज उनके साथ मिलकर संगठन के लिए काम किया जा रहा है. महामंत्री जी के त्याग, परिश्रम और ऊर्जा से युवा कार्यकर्ताओं में जोश का संचार होता है. जब वे मंच पर बोलते हैं, तब एकाग्रचित होकर एक-एक बातों को बड़े ही ध्यान से लोग सुनते हैं. ऐसे में संगठन ने उन्हें फिर से महामंत्री पद पर आसीन किया है. भारतीय इतिहास में पहली बार किसी ट्रेड यूनियन में 60वीं बार किसी एक पद पर लगातार आसीन रहने का गौरव भी उन्हें मिला है.

उधर, इस संबंध में वयोवृद्ध 104 साल के एन ई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री कन्हैया लाल गुप्ता ने बताया कि पढ़ाई के दौरान ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष जयप्रकाश नारायण को सुनने का मौका मिला था. वे उस दौरान गोरखपुर में जनसभा कर रहे थे. तब से आज तक रेलवे की समस्याओं के साथ ही कर्मचारियों की पीड़ा को खत्म करने का बीड़ा उठाया है. 1951 में रेलवे में निशा सहायक पद पर नियुक्त हुआ. 1974 में जब रेलवे में आंदोलन हुआ तो मीसा के तहत 1 महीने जेल में रहा छूट कर आया तो नौकरी से रिमूव कर दिया गया. पेंशन भी नहीं मिली. नौकरी के दौरान मानदेय पर कार्यरत 400 लोगों को नियमित करने के लिए सर्विस कमीशन की ओर से परीक्षा के लिए बुलाया गया था. रिजल्ट देखा तो आश्चर्य हुआ कि सभी को फेल कर दिया गया. मुझसे रहा नहीं गया, इसे लेकर आंदोलन शुरू किया और कामयाबी भी मिली और सभी 400 लोगों को पास कर नियमित किया गया. तब से आज तक नरमू ही मेरा घर है और रेलकर्मी परिवार के सदस्य हैं.

वहीं रेलवे मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुन्नी लाल गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन कार्यकारिणी का गठन किया गया. जिसमें सर्वसम्मति से 60वीं बार महामंत्री पद के लिए के एल गुप्त जी को आसीन किया गया है. हम सौभाग्यशाली हैं कि इतने वयोवृद्ध नेता के साथ रहकर काम करने का मौका मिला है.

गोरखपुरः एन ई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री के एल गुप्ता का नाम जुबां पर आते ही सौ साल से अधिक उम्र के युवा की तस्वीर दिमाग में घूमने लगती है. 60 वीं बार एन ई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री बने कन्हैया लाल गुप्ता नरमू दफ्तर को ही घर और रेल कर्मियों को परिवार का सदस्य मानते हैं. रेल कर्मियों की समस्याओं का समाधान कराना ही उनके जीवन का लक्ष्य है. कूल्हे की हड्डी इस साल जनवरी में टूट गई थी. लंबे समय तक वे अस्पताल में भर्ती रहे, और इसके बाद घर पर स्वास्थ्य लाभ लिया. अब स्वस्थ होकर वे दोगुनी ऊर्जा से संगठन का नेतृत्व कर रहे हैं. भारतीय रेल के इतिहास में पहली बार किसी भी ट्रेड यूनियन के नेता को लगातार 60 बार एक ही पद पर निर्वाचित किया गया है.

उम्र बढ़ी, लेकिन कम नहीं हुआ जज्बा

वार्षिक अधिवेशन में नई कार्यकारिणी का गणन

एन ई रेलवे मजदूर यूनियन के दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन के दूसरे दिन नई कार्यकारिणी का गठन हुआ. जिसमें 104 साल के कन्हैया लाल गुप्ता को सर्वसम्मति से महामंत्री चुना गया. अधिवेशन में रेल कर्मियों के हितों से खिलवाड़, ट्रेड यूनियन को कमजोर करने की साजिश, मान्यता प्राप्त संगठन के लिए 51% अनिवार्यता के विरोध में प्रस्ताव लाया गया और संगठन को मजबूत कर आंदोलन के संघर्ष का ऐलान किया गया. नई कार्यकारिणी में अध्यक्ष बसंत लाल चतुर्वेदी, कार्यवाहक अध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, उपाध्यक्ष मुन्नी लाल गुप्ता, महामंत्री केएल गुप्ता, महामंत्री ओंकारनाथ सिंह, नवीन कुमार मिश्रा, प्रदीप धर दुबे, सहायक महामंत्री अजय कुमार वर्मा, कोषाध्यक्ष विनय कुमार श्रीवास्तव निर्वाचित किए गये. पूर्वोत्तर रेलवे के वयोवृद्ध नेता नरमू के महामंत्री केएल गुप्ता को कार्यकर्ताओं ने माला पहनाकर उत्साहवर्धन किया और उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की.

उम्र बढ़ी, लेकिन जज्बा वही
उम्र बढ़ी, लेकिन जज्बा वही

एक ही पद पर 60वीं बार हुआ चयन

एन ई रेलवे मजदूर यूनियन के अध्यक्ष बसंत लाल चतुर्वेदी ने बताया कि जब उन्होंने रेलवे में पदभार ग्रहण किया था, तब भी केएल गुप्ता जी ही महामंत्री थे. आज उनके साथ मिलकर संगठन के लिए काम किया जा रहा है. महामंत्री जी के त्याग, परिश्रम और ऊर्जा से युवा कार्यकर्ताओं में जोश का संचार होता है. जब वे मंच पर बोलते हैं, तब एकाग्रचित होकर एक-एक बातों को बड़े ही ध्यान से लोग सुनते हैं. ऐसे में संगठन ने उन्हें फिर से महामंत्री पद पर आसीन किया है. भारतीय इतिहास में पहली बार किसी ट्रेड यूनियन में 60वीं बार किसी एक पद पर लगातार आसीन रहने का गौरव भी उन्हें मिला है.

उधर, इस संबंध में वयोवृद्ध 104 साल के एन ई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री कन्हैया लाल गुप्ता ने बताया कि पढ़ाई के दौरान ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष जयप्रकाश नारायण को सुनने का मौका मिला था. वे उस दौरान गोरखपुर में जनसभा कर रहे थे. तब से आज तक रेलवे की समस्याओं के साथ ही कर्मचारियों की पीड़ा को खत्म करने का बीड़ा उठाया है. 1951 में रेलवे में निशा सहायक पद पर नियुक्त हुआ. 1974 में जब रेलवे में आंदोलन हुआ तो मीसा के तहत 1 महीने जेल में रहा छूट कर आया तो नौकरी से रिमूव कर दिया गया. पेंशन भी नहीं मिली. नौकरी के दौरान मानदेय पर कार्यरत 400 लोगों को नियमित करने के लिए सर्विस कमीशन की ओर से परीक्षा के लिए बुलाया गया था. रिजल्ट देखा तो आश्चर्य हुआ कि सभी को फेल कर दिया गया. मुझसे रहा नहीं गया, इसे लेकर आंदोलन शुरू किया और कामयाबी भी मिली और सभी 400 लोगों को पास कर नियमित किया गया. तब से आज तक नरमू ही मेरा घर है और रेलकर्मी परिवार के सदस्य हैं.

वहीं रेलवे मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुन्नी लाल गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन कार्यकारिणी का गठन किया गया. जिसमें सर्वसम्मति से 60वीं बार महामंत्री पद के लिए के एल गुप्त जी को आसीन किया गया है. हम सौभाग्यशाली हैं कि इतने वयोवृद्ध नेता के साथ रहकर काम करने का मौका मिला है.

Last Updated : Dec 29, 2020, 10:03 AM IST
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