गोण्डा: नेपाल के प्रधानमंत्री ओली के भगवान श्रीराम पर दिए गए गए विवादित बयान के बाद देश में इसका विरोध शुरू हो गया है. जहां एक तरफ देश के साधु-महात्मा उनका विरोध कर रहे हैं, तो वहीं भाजपा के मंत्री भी इसके विरोध में उतर आए हैं. गोण्डा जिले में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई निरीक्षण किया. इस दौरान जल शक्ति मंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पूरी दुनिया इस बात को जानती है और पूरे विश्व में इस बात का डंका बजता है.
उन्होंने कहा कि सृष्टि के आदिकाल से हजारों साल की परंपरा के आधार पर सतयुग, त्रेतायुग, द्वापरयुग और कलियुग तक हम आ गए हैं. उन्होंने कहा कि हर कोई इस बात को जानता है कि भगवान श्रीराम की अयोध्या हमारे भारत में है. इसीलिए श्रद्धाभाव से पूरा विश्व भारत को देखता है और भारत विश्व को देखता है. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम हम सबके लिए आराध्य हैं और पूरी दुनिया के लिए आराध्य हैं.
नेपाल के प्रधानमंत्री ने श्रीराम को बताया नेपाली
बता दें कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भगवान राम के जन्मस्थान को लेकर विवादित बयान दिया था. केपी शर्मा ओली ने दावा किया है कि भगवान श्रीराम की जन्मस्थली नेपाल है. अपने बयान में उन्होंने कहा कि असली अयोध्या भारत में नहीं, बल्कि नेपाल में है. उनके इस बयान के बाद अयोध्या के पुजारियों ने ओली को आड़े हाथों लिया. पुजारियों ने कहा कि ओली ने यह बयान चीन के दबाव में दिया है. ओली के बयान से नाराज राम दल ट्रस्ट के अध्यक्ष कल्कि रामदास महाराज ने ओली को चुनौती देते हुए कहा कि एक माह के भीतर उनको सत्ता से बेदखल कर दिया जाएगा.