ETV Bharat / state

गोंडा : बाल सघन चिकित्सा इकाई में नहीं हैं डॉक्टर, धूल फांक रहे उपकरण

author img

By

Published : Mar 19, 2019, 3:28 PM IST

गोंडा में एई जेई जैसी तमाम अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित बच्चों के लिए बनाया गया बाल चिकित्सा सघन इकाई केंद्र डॉक्टर्स की तैनाती न होने के कारण सफेद हाथी बन गया है. वहीं केंद्र पर तमाम यंत्रों की भी व्यवस्था हो गई है, जिसके अभी तक प्लास्टिक भी नहीं उतरे हैं. प्रशासनिक कमियों के कारण यह धूल खा रहा है.

बाल चिकित्सा सघन इकाई केंद्र

गोंडा : जिले में एई जेई (जापानी इंसेफ्लाइटिस) जैसी तमाम अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित बच्चों के लिए बनाया गया बाल चिकित्सा सघन इकाई केंद्र डॉक्टर्स की तैनाती न होने के कारण सफेद हाथी बन गया है. वहीं केंद्र पर तमाम यंत्रों की भी व्यवस्था हो गई है, जिसके अभी तक प्लास्टिक भी नहीं उतरे हैं.

धूल फांक रहा है बाल सघन चिकित्सा इकाई

जिला अस्पताल में साल 2017 में बाल सघन केंद्र का निर्माण शुरू हुआ, जिसको मार्च 2018 में तैयार होकर शुरू होना था लेकिन यह अगस्त 2018 में बन कर तैयार हुआ. इसमें 66 लाख 73 हजार की लागत आई. इसको अस्पताल को हैंडओवर कर दिया गया. लाखों के उपकरण भी लाकर रख दिए गए और कुछ आने बाकी हैं लेकिन डॉक्टरों की तैनाती न होने के कारण संयंत्रों में जंग लग रहे हैं.

प्रशासनिक कमियों के कारण यह धूल खा रहा है. लाखों के आए कई उपकरणों के अभी प्लास्टिक तक भी नहीं उतरे. जिस उद्देश्य से इसका निर्माण किया गया था, उसकी पूर्ति नहीं हो रही है. अस्पताल प्रशासन भी इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है. इकाई में तैनात स्टाफ नर्स मनीषा यादव ने बताया पर्चा बनवाने के लाइन में लगे मरीजों के बच्चे यदि सीरियस हैं, तो उन्हें सीधे डॉक्टर के पास पहुंचाया जा रहा है. मनीषा ने बताया कुछ सामान अभी आने हैं. स्टॉफ को प्रशिक्षित किया जा रहा है.

गोंडा : जिले में एई जेई (जापानी इंसेफ्लाइटिस) जैसी तमाम अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित बच्चों के लिए बनाया गया बाल चिकित्सा सघन इकाई केंद्र डॉक्टर्स की तैनाती न होने के कारण सफेद हाथी बन गया है. वहीं केंद्र पर तमाम यंत्रों की भी व्यवस्था हो गई है, जिसके अभी तक प्लास्टिक भी नहीं उतरे हैं.

धूल फांक रहा है बाल सघन चिकित्सा इकाई

जिला अस्पताल में साल 2017 में बाल सघन केंद्र का निर्माण शुरू हुआ, जिसको मार्च 2018 में तैयार होकर शुरू होना था लेकिन यह अगस्त 2018 में बन कर तैयार हुआ. इसमें 66 लाख 73 हजार की लागत आई. इसको अस्पताल को हैंडओवर कर दिया गया. लाखों के उपकरण भी लाकर रख दिए गए और कुछ आने बाकी हैं लेकिन डॉक्टरों की तैनाती न होने के कारण संयंत्रों में जंग लग रहे हैं.

प्रशासनिक कमियों के कारण यह धूल खा रहा है. लाखों के आए कई उपकरणों के अभी प्लास्टिक तक भी नहीं उतरे. जिस उद्देश्य से इसका निर्माण किया गया था, उसकी पूर्ति नहीं हो रही है. अस्पताल प्रशासन भी इसे गंभीरता से नहीं ले रहा है. इकाई में तैनात स्टाफ नर्स मनीषा यादव ने बताया पर्चा बनवाने के लाइन में लगे मरीजों के बच्चे यदि सीरियस हैं, तो उन्हें सीधे डॉक्टर के पास पहुंचाया जा रहा है. मनीषा ने बताया कुछ सामान अभी आने हैं. स्टॉफ को प्रशिक्षित किया जा रहा है.

Intro:यूपी के गोण्डा जिले में एई जेई (जापानी इंसेफ्लाइटिस) जैसे अन्य तमाम गम्भीर बीमार पीड़ित बच्चों के लिये बनाया गया बाल चिकित्सा सघन इकाई केंद्र डाक्टरो की तैनाती न होने के कारण सफेद हाथी बन गया है। हालांकि केंद्र पर तमाम यंत्रो की भी व्यवस्था हो गयी है जिसके अभी तक प्लास्टिक भी नहीं उतरे।






Body:जिला अस्पताल के प्रांगण में वर्ष 2017 में बाल सघन केंद्र का निर्माण शुरू हुआ जिसको मार्च 2018 में तैयार होकर शुरू होना था। लेकिन यह अगस्त 2018 में बन के तैयार हुआ जिसमे 66 लाख 73 हजार की लागत आयी। जिसको अस्पताल को हैंडओवर कर दिया गया ,लाखों के उपकरण भी लाकर रख दिये गए और कुछ आने बाकी है लेकिन डाक्टरो की तैनाती न होने के कारण संयंत्रो में जंग लग रहे है। बता दें कि गंभीर रूप से बीमार पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए यह बाल सघन केंद्र का निर्माण किया गया लेकिन प्रशासनिक कमियों के कारण अभी भी यह धूल खा रहा है। लाखो के आये उपकरण जिसके अभी प्लास्टिक भी नहीं उतरे। वह पड़े पड़े जंग खा रहे है। हालांकि जिस उद्देश्य से इसका निर्माण किया गया था उसकी पूर्ति नही हो रही है। अस्पताल प्रशासन इसे गम्भीरता से नही ले रहा है। हालांकि इकाई में तैनात स्टाफ नर्स मनीषा यादव ने बताया पर्चा बनवाने के लाइन में लगे मरीजो के बच्चे यदि सीरियस है तो उन्हें कवर कर सीधे डाक्टर के पास पहुचाया जा रहा है मनीषा ने बताया कुछ सामान अभी आने है स्टाफ को प्रशिक्षत किया जा रहा है।






Conclusion:बाईट-मनीष यादव स्टाफ नर्स

बाईट-रतन कुमार एडी हेल्थ देवीपाटन पंडल गोण्डा

P2C
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.