गोंडाः जिला महिला अस्पताल में शुक्रवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब 14 प्रसूताओं की एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाने के बाद हालत बिगड़ गई. सभी प्रसूताओं को तेज बुखार के साथ ठंड लगने लगी. परिजनों ने इसकी सूचना डॉक्टर को दी. आरोप है कि काफी देर बाद मेडिकल स्टाफ वार्ड में पहुंचा. आनन- फानन में डॉक्टर ने एक-एक कर सभी का इलाज शुरू किया. परिजनों ने हंगामा किया. सीएमएस का कहना है कि अब सभी प्रसूताओं की तबियत ठीक है. उन्होंने बताया कि प्रसूताओं को अमाक्सीसिलिन इंजेक्शन लगा था जिसका रिएक्शन हो गया था. इसके बाद फिर से इंजेक्शन लगाया गया. अब सभी की तबीयत ठीक है.
बताते चलें कि जिला महिला अस्पताल में तीन दिन पहले ऑपरेशन द्वारा प्रसूताओं की डिलीवरी हुई थी. महिला अस्पताल के द्वितीय तल पर वार्ड में 14 प्रसूता मरीज भर्ती हैं. देर शाम सभी प्रसूताओं को अस्पताल की नर्स द्वारा सरकारी सप्लाई का इंजेक्शन अमाक्सीसिलिन लगाया गया. इंजेक्शन लगने के बाद 14 प्रसूताओं की तबियत बिगड़ने लगी. यह देखकर परिजन परेशान होने लगे. तबीयत खराब होने की सूचना महिला अस्पताल के सीएमएस सहित डॉक्टर को दी गई. इसके बाद मेडिकल टीम मौके पर पहुंची और इलाज शुरू किया. परिजनों ने आरोप लगाया कि नर्स के इंजेक्शन देने के बाद महिलाओं की तबीयत बिगड़ी.
इस बारे में महिला अस्पताल के सीएमएस रक्षा चतुर्वेदी का कहना है कि महिला अस्पताल के सेकेंड फ्लोर में भर्ती मरीज की 3 दिन पहले ऑपरेशन से डिलीवरी हुई थी. उनका इलाज चल रहा था. शाम को उनको सरकारी सप्लाई का इंजेक्शन दिया गया था. इसके बाद महिलाओं को बुखार और चक्कर आने की समस्या हो गई. सूचना पर समुचित उपचार किया गया. अब सभी की हालत सुधर रही है. सभी की निगरानी की जा रही है.
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