गोण्डा: जिले में प्रदेश व देश स्तर पर सम्मानित हो चुके स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं. राम अचल आचार्य न्याय न मिलने पर तहसील परिसर में आमरण अनशन बैठ गए. स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामअचल आचार्य बीते कई वर्षों से अधिकारियों का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें आज तक न्याय नहीं मिल सका. इससे आहत होकर वह सोमवार को तहसील परिसर में अनशन पर बैठने पहुंचे, लेकिन पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें अनशन पर नहीं बैठने दिया.
इसके बाद राम अचल आचार्य कर्नलगंज के मोहल्ला गाड़ी बाजार स्थित रामजानकी मंदिर परिसर में अनशन शुरू कर दिया. सूचना पाकर उपजिलाधिकारी ज्ञानचंद गुप्ता, कोतवाल राजनाथ सिंह व नगर चौकी प्रभारी रणजीत यादव पहुंच गए. अधिकारियों और वहां मौजूद लोगों के अनुरोध पर पं. राम अचल आचार्य ने इस शर्त पर अनशन समाप्त किया कि अगर उनके समस्या का समाधान नहीं किया गया तो वह फिर अनशन पर बैठने के लिए बाध्य हो जाएंगे.
जानकारी देते एसडीएम ज्ञान चंद्र गुप्ता
पं. राम अचल आचार्य ने एक नोटिस दी थी कि उनके घर जाने का रास्ता नहीं है. इसके बाद उसकी जांच कराई गई है. वह रास्ता दीवानी न्यायालय में विचाराधीन है, जिसके निस्तारण पर ही कोई कार्रवाई कर सकते हैं. एक अन्य गाटा संख्या में विपक्षीगण ने कांटा रख दिया था उसको हटा दिया गया है. साथ ही विपक्षी को निर्देशित कर दिया गया है कि इनके आने-जाने में अवरोध न उत्पन्न करें. इसके अलावा इनकी आवास और पेट्रोल पंप की मांगे हैं. सारी मांगें शासन को भेज दी गई हैं, जैसा निर्णय आएगा वैसा करेंगे.