गोंडा: तहसील स्तर पर ग्राम न्यायालय की स्थापना करने के विरोध में हफ्ते भर से मुख्यालय के अधिवक्ता हड़ताल पर हैं. दो दिनों से अधिवक्ता गोंडा-लखनऊ मुख्य हाईवे को जाम करके प्रदर्शन कर रहे हैं. बुधवार को सिविल बार एसोसिएशन अध्यक्ष राजेश मिश्र व जिला बार एसोसिएशन दीनानाथ त्रिपाठी की अगुवाई में वकीलों ने दीवानी कचहरी गेट के सामने हाईवे जाम कर प्रदर्शन किया. इस मामले में आठ लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गयी है.
प्रदर्शन के दौरान पुलिस व वकीलों में झड़प हो गई. नाराज गुस्साए वकीलों ने नगर कोतवाल को घेरकर हाथापाई की. नगर कोतवाल आलोक राव के साथ हाथापाई को देख अन्य पुलिस कर्मियों और दूसरे वकीलों ने बीच बचाव किया तथा नगर कोतवाल को वकीलों के भीड़ से बाहर निकाला.
इस दौरान गोंडा लखनऊ हाईवे जाम होने कारण करीब दो घंटे तक यातायात अवरुद्ध रहा, जिससे लखनऊ जाने वाले हजारों लोगों तेज धूप में जाम में फंस गए.
नगर कोतवाल के साथ वकीलों के हाथापाई किए जाने के मामले पर सिविल बार एसोसिएशन अध्यक्ष राजेश मिश्र ने कहा कि उपद्रव करना हमारा मकसद नहीं था. प्रदर्शन में कुछ अराजक वकीलों ने अपने स्तर से नगर कोतवाल के साथ हाथापाई की. सिविल बार एसोसिएशन को इससे कोई लेना देना नहीं है. सभ्य समाज में मारपीट की कोई जगर नहीं है. उन्होंने इस वारदात की निंदा की.
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सीओ लक्ष्मीकांत गौतम ने बताया कि अधिवक्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर गोण्डा लखनऊ मार्ग जाम कर दी थी. पुलिस ने मौके पर जाम खत्म करने के लिए कहा. उसी दौरान अधिवक्ताओं ने कोतवाल आलोक राव से अभद्रता की. इसके बाद पुलिस ने लिखित शिकायत पर 8 लोगों को नामजद करके कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.