गोंडा : कोतवाली क्षेत्र के बभनी जोगीवीर गांव में एक युवक ने आत्महत्या कर ली थी. परिजन पिटाई से मौत होने की बात कह रहे थे. पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया था. अगले दिन परिवार के लोग शव का अंतिम संस्कार करने पहुंचे तो पुलिस चिता से शव लेकर चली गई. इसके बाद डीएम के आदेश पर दोबारा शव का पोस्टमार्टम कराया गया. पुलिस ने घटना के 25 दिन बाद मामले में एक व्यक्ति पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का मुकदमा दर्ज किया. आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
डीजे बजाने को लेकर हुआ था विवाद : दीपावली पर्व के दौरान बभनी जोगीवीर गांव में 13 नवंबर को डीजे बजाने को लेकर प्रताप बहादुर यादव का कुछ लोगों से विवाद हुआ था. मारपीट भी हुई थी. युवक 10 साल से अपने ससुराल में ही रहा था. वह मूल रूप से कर्नलगंज का रहने वाला था. विवाद के बाद प्रताप का शव कमरे में मिला था. उसने आत्महत्या कर ली थी. परिवार के लोग पिटाई से मौत होने का आरोप लगा रहे थे. डायल 112 पर सूचना के बाद पुलिस ने आनन-फानन में पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया. 14 नवंबर को परिजन अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे थे. इस दौरान डीएम के आदेश पर पुलिस चिता से शव को उठा ले गई. फिर से पोस्टमार्टम कराया गया. इसके बाद कर्नलगंज में अंतिम संस्कार कराया गया.
25 दिन बाद पुलिस ने की कार्रवाई : पुलिस कुछ दिनों तक निष्क्रिय बनी रही. युवक के परिजन पिटाई से मौत होने का आरोप लगा रहे थे. इस बीच समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक बैजनाथ दूबे ने पीड़ित परिजनों की सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से मुलाकात कराई. परिवार ने अपना दर्द सुनाया. अखिलेश यादव ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए इस मामले को लेकर ट्वीट कर दिया. इसके बाद हरकत में आई शहर कोतवाली पुलिस ने युवक की पत्नी की तहरीर पर सूरज उर्फ मंटू पर आत्महत्या के लिए प्रेरित करने समेत तमाम धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया.आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.
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