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गाजीपुर : सीएम योगी को बुलाने की मांग पर अड़ा शहीद का परिवार

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Published : Jun 14, 2019, 7:29 AM IST

सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के जैतपुरा के रहने वाले महेश कुशवाहा 2010 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे. बुधवार को हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए थे. इन शहीद जवानों में गाजीपुर जिले के महेश कुमार कुशवाहा भी शामिल थे.

राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी

गाजीपुर: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकी हमले में गाजीपुर के लाल महेश कुशवाहा शहीद हो गये. देर रात 1 बजे उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव जैतपुरा पहुंचा. भारी संख्या में लोग शहीद के अंतिम दर्शन करने पहुंचे. वहीं, यूपी सरकार के राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी मुख्यमंत्री की तरफ से परिजनों से मिलने पहुंचे. लेकिन मंत्री के सामने परिजनों ने कहा कि जब तक योगी नहीं आएंगे तब तक शहीद को अंतिम विदाई नहीं देंगे.शहीद के घर तक पहुंचने के लिए सड़क तक नहीं है, जिसको लेकर परिजनों ने शिकायत की. तब मंत्री नीलकंठ तिवारी ने शहीद के घर तक सड़क बनाने की बात कही. उन्होंने कहा कि सड़क का नाम शहीद के नाम पर रखा जाएगा. इस बाबत उन्होंने जिलाधिकारी के बालाजी के निर्देश भी दिए है.

सीएम योगी को बुलाने की मांग पर अड़ा शहीद का परिवार

गाजीपुर का लाल शहीद:

  • शहीद महेश कुशवाहा जैतपुरा के रहने वाले थे.
  • 2010 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे.
  • शहीद के पिता को बुधवार हार्ट अटैक आया था,जो अस्पताल में भर्ती हैं.
  • शहीद महेश अपने पीछे दो मासूम बच्चों को छोड़ गए हैं
  • शहीद की पहली पोस्टिंग 2010 में छत्तीसगढ़ में हुई थी.
  • उनकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सीआरपीएफ की 116वीं बटालियन में थी.

पत्नी को अस्पताल में कराना पड़ा भर्ती

  • पति के शहीद होने की खबर के बाद पत्नी की तबीयत खराब हो गई और उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

मुख्यमंत्री योगी ने मुझे यह भेजा है.जल्द ही परिजनों के खातों में आर्थिक सहायता पहुंच जाएगी. परिवार के एक सदस्य जिसको पात्रता के अनुरूप नौकरी भी दी जाएगी. हमारी सरकार लगातार आतंकवाद से निपटने का काम कर रही है. आगे भी करती रहेगी. पूरा देश इस दुख की घड़ी में शहीद परिवार के साथ है.

नीलकंठ तिवारी ,राज्यमंत्री ,यूपी सरकार

गाजीपुर: जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकी हमले में गाजीपुर के लाल महेश कुशवाहा शहीद हो गये. देर रात 1 बजे उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव जैतपुरा पहुंचा. भारी संख्या में लोग शहीद के अंतिम दर्शन करने पहुंचे. वहीं, यूपी सरकार के राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी मुख्यमंत्री की तरफ से परिजनों से मिलने पहुंचे. लेकिन मंत्री के सामने परिजनों ने कहा कि जब तक योगी नहीं आएंगे तब तक शहीद को अंतिम विदाई नहीं देंगे.शहीद के घर तक पहुंचने के लिए सड़क तक नहीं है, जिसको लेकर परिजनों ने शिकायत की. तब मंत्री नीलकंठ तिवारी ने शहीद के घर तक सड़क बनाने की बात कही. उन्होंने कहा कि सड़क का नाम शहीद के नाम पर रखा जाएगा. इस बाबत उन्होंने जिलाधिकारी के बालाजी के निर्देश भी दिए है.

सीएम योगी को बुलाने की मांग पर अड़ा शहीद का परिवार

गाजीपुर का लाल शहीद:

  • शहीद महेश कुशवाहा जैतपुरा के रहने वाले थे.
  • 2010 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे.
  • शहीद के पिता को बुधवार हार्ट अटैक आया था,जो अस्पताल में भर्ती हैं.
  • शहीद महेश अपने पीछे दो मासूम बच्चों को छोड़ गए हैं
  • शहीद की पहली पोस्टिंग 2010 में छत्तीसगढ़ में हुई थी.
  • उनकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सीआरपीएफ की 116वीं बटालियन में थी.

पत्नी को अस्पताल में कराना पड़ा भर्ती

  • पति के शहीद होने की खबर के बाद पत्नी की तबीयत खराब हो गई और उन्हें भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

मुख्यमंत्री योगी ने मुझे यह भेजा है.जल्द ही परिजनों के खातों में आर्थिक सहायता पहुंच जाएगी. परिवार के एक सदस्य जिसको पात्रता के अनुरूप नौकरी भी दी जाएगी. हमारी सरकार लगातार आतंकवाद से निपटने का काम कर रही है. आगे भी करती रहेगी. पूरा देश इस दुख की घड़ी में शहीद परिवार के साथ है.

नीलकंठ तिवारी ,राज्यमंत्री ,यूपी सरकार

Intro:मेरा भाई सीने पर गोलियां खाकर शहीद हुआ है, योगी नहीं आएंगे तो नहीं होगी अंतिम विदाई

गाजीपुर। जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में आतंकी हमले में गाजीपुर के लाल महेश कुशवाहा शहीद हो गए। देर रात 1 बजे उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव जैतपुरा पहुंचा। भारी संख्या में लोग शहीद के अंतिम दर्शन करने पहुंचे। वहीं यूपी सरकार के राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी योगी के दूत बनकर परिजनों से मिलने पहुंचे। लेकिन मंत्री के सामने ही परिजनों ने कहा कि जब तक योगी नहीं आएंगे तब तक शहीद को अंतिम विदाई नहीं देंगे।


Body:शहीद की बहन ने कहा कि जिस कदर प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी भारत माता की जय के नारे लगाते हैं। उसी तरह भारत माता की जय के नारे लगाते हुए मेरा भाई सीना तान के तीन गोलियां खाकर शहीद हुआ है। जब तक मुख्यमंत्री योगी नहीं आते तब तक मैं अपने भाई को अंतिम विदाई नहीं देने दूंगी। इससे कम कुछ भी मंजूर नहीं है। शहीद की बड़ी बहन ने कहा कि मुझे मेरे भाई का बदला चाहिए।


Conclusion:आपको बता दें कि शहीद के घर तक पहुंचने के लिए सड़क तक नहीं है। जिसको लेकर परिजनों ने शिकायत की। तब मंत्री नीलकंठ तिवारी ने आश्वासन दिया कि शहीद के घर तक सड़क बनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि सड़क का नाम शहीद के नाम पर रखा जाएगा। इस बाबत उन्होंने जिलाधिकारी के बालाजी के निर्देश भी दिए है।

वहीं जेतपुरा पहुंचे राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी ने मुझे यह भेजा है। जल्द ही परिजनों के खातों में आर्थिक सहायता पहुंच जाएगी। परिवार के एक सदस्य जिसको पात्रता के अनुरूप नौकरी भी दी जाएगी। साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी सरकार लगातार आतंकवाद से निपटने का काम कर रही है। आगे भी करती रहेगी। पूरा देश इस दुख की घड़ी में शहीद परिवार के साथ है।

बाइट - नीलकंठ तिवारी ( राज्यमंत्री यूपी सरकार ), विजुअल
बाइट - शहीद की दोनो बहन हैं जो योगी के आने की मांग कर रही हैं।

उज्ज्वल कुमार राय, 7905590960
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