ETV Bharat / state

गाजीपुर: निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का दौरा करने पहुंचे सुरेश खन्ना, पूर्व की सरकारों पर कसा तंज - सुरेश खन्ना

संसदीय कार्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने गाजीपुर में बन रहे रायकीय मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने पूर्व की सपा और बसपा सरकार पर भी जमकर निशाना साधा.

सुरेश खन्ना
निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का किया निरीक्षण.
author img

By

Published : Mar 21, 2020, 10:06 PM IST

गाजीपुर: संसदीय कार्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना शनिवार को गाजीपुर पहुंचे. उन्होंने छावनी लाइन में बन रहे निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया. इस दौरान डॉक्टरों की कमी के सवाल पर उन्होंने बड़े तल्ख जुबान में पूर्व की बसपा और सपा सरकार को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि इतिहास के पन्नों ने वह दौर भी देखे हैं, लम्हों ने खता की थी सदियों ने सजा पाई.

निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का किया निरीक्षण.

उन्होंने कहा कि अगर यह काम 2007-12 तक या 2012 से 2017 तक हुआ होता तो शायद डॉक्टरों की कमी देखने को नहीं मिलती. 'लम्हों ने खता की थी सदियों ने सजा पाई'. आज की स्थिति में डॉक्टर ओवर नाइट पैदा नहीं होता. उन्होंने बताया कि इससे पहले कई बार गाजीपुर का दौरा सुनिश्चित हुआ. कई बार विजिबिलिटी की वजह से दौरा रद्द हुआ.

उन्होंने कहा कि विशेष रूप से निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया गया है. संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि निर्माण की प्रक्रिया धीमी है. हर हाल में लेबर की संख्या दोगुनी की जाए, जिससे मेडिकल कॉलेज के निर्माण का काम निर्धारित समय से पूर्ण हो सके.

इसे भी पढ़ें- कोरोना का कहर: योगी सरकार का बड़ा एलान, 20 लाख श्रमिकों को 1 हजार रुपये देगी भत्ता

गाजीपुर: संसदीय कार्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना शनिवार को गाजीपुर पहुंचे. उन्होंने छावनी लाइन में बन रहे निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया. इस दौरान डॉक्टरों की कमी के सवाल पर उन्होंने बड़े तल्ख जुबान में पूर्व की बसपा और सपा सरकार को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने कहा कि इतिहास के पन्नों ने वह दौर भी देखे हैं, लम्हों ने खता की थी सदियों ने सजा पाई.

निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का किया निरीक्षण.

उन्होंने कहा कि अगर यह काम 2007-12 तक या 2012 से 2017 तक हुआ होता तो शायद डॉक्टरों की कमी देखने को नहीं मिलती. 'लम्हों ने खता की थी सदियों ने सजा पाई'. आज की स्थिति में डॉक्टर ओवर नाइट पैदा नहीं होता. उन्होंने बताया कि इससे पहले कई बार गाजीपुर का दौरा सुनिश्चित हुआ. कई बार विजिबिलिटी की वजह से दौरा रद्द हुआ.

उन्होंने कहा कि विशेष रूप से निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया गया है. संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि निर्माण की प्रक्रिया धीमी है. हर हाल में लेबर की संख्या दोगुनी की जाए, जिससे मेडिकल कॉलेज के निर्माण का काम निर्धारित समय से पूर्ण हो सके.

इसे भी पढ़ें- कोरोना का कहर: योगी सरकार का बड़ा एलान, 20 लाख श्रमिकों को 1 हजार रुपये देगी भत्ता

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.