गाजीपुर : उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा ऐलान किया जा चुका है. विभागीय लोगों की बात मानें तो 15 सितंबर से यह काम शुरू भी हो चुका है. लेकिन इसकी जमीनी हकीकत क्या है, इसकी बानगी देखने को मिल रही है मोहम्मदाबाद विधानसभा के मुर्की अगाध गांव में. यहां पिछले चार-पांच सालों से सड़क तालाब के रूप में तब्दील है. लेकिन इस सड़क को बनवाने के लिए कोई सुध नहीं ले रहा है. ऐसा भी नहीं की इस रोड से अधिकारी और स्थानीय विधायक का आना जाना नहीं होता है. सभी आते जाते हैं, लेकिन अपनी आंखें मूंदकर अपनी चार पहिया वाहन से फर्राटे भरते हुए निकल जाते हैं. हाल यह है कि स्थानीय लोगों से लेकर आने-जाने वालों का बुरा हाल है.
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार के साढ़े 4 साल बीतने के उपलक्ष में मुख्यमंत्री लखनऊ से प्रेस वार्ता कर, अपनी उपलब्धि गिनाए, तो वहीं दूसरी तरफ जनपद गाजीपुर में जनपद के प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने भी जनपद में उपलब्धियां गिनाई. उपलब्धियों को गिनाते समय मोहम्मदाबाद की विधायक अलका राय भी मौजूद थीं. इस दौरान प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला से जब जनपद के गड्ढा युक्त सड़कों के बारे में जानने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने बताया कि 15 सितंबर से गड्ढा मुक्ति का अभियान चल रहा है और जनपद में इसका असर देखने को मिलेगा. हालांकि इस दौरान जब मुर्की अगाध गांव में सड़क को तालाब में तब्दील होने के बारे में सवाल किया गया तो यह बात विधायक अलका राय को नागवार लगा.
आज सड़क की जमीनी हकीकत जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम मंत्री जी के प्रेस वार्ता करने के कई दिन बीत जाने के बाद, मंत्री जी के द्वारा किए गए वादों के अनुरूप ग्राउंड जीरो पर पहुंचा गया. तो इन लोगों की बातें हवा-हवाई नजर आई. क्योंकि यहां पर करीब 30 मीटर की सड़क तालाब में तब्दील दिखी. लोग इसी तालाब के बीच से आने जाने को मजबूर थे. कई लोगों ने अपने वाहन से इस तालाबनुमा सड़क को पार करने का प्रयास किया. कुछ तो निकल गए, लेकिन कई लोगों का वाहन बीच में ही बंद हो गया.
सबसे बड़ी समस्या स्कूल जाने वाली छात्राओं और छोटे बच्चों को है. वह सुबह-सुबह जब ड्रेस पहनकर स्कूल के लिए निकलते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से वह भी कई बार इस कीचड़ और पानी भरी सड़क में गिर चुके हैं. इसमें गिरकर कई लोग चोटिल हो चुके हैं. स्थानीय लोगों ने बताया कि यह समस्या कोई आज की नहीं है, बल्कि पिछले कई सालों से है. समस्या का मूल कारण गांव से निकलने वाला गंदा पानी है, जिसके निकास के लिए जो नाला बनाया जा रहा था उसके निर्माण को विधायक ने रुकवा दिया, जिसकी वजह से पानी निकलने का कोई साधन नहीं है. वह पानी सड़क पर ही लगता है. जो आजकल तालाब का रूप धर चुका है.
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आपको बता दें, विधायक का गांव भी इसी रास्ते से होकर जाता है. वह भी लगातार आती जाती रहती हैं. लेकिन इसके निर्माण को लेकर अभी तक विधायक अलका राय ने कोई रुचि नहीं दिखलाया है. स्थानीय लोग बताते हैं कि जब भी विधायक से इस संबंध में बात करने की कोशिश की गई, तो उनका कहना है कि इलाके में दलित और यादव रहते हैं, जिसकी वह राजनीति नहीं करतीं. ऐसे में स्थानीय नागरिकों ने मीडिया के सामने अपना दर्द बयां किया है. इस संबंध में विधायक अलका राय के प्रतिनिधि व उनके पुत्र पीयूष राय से इस संबंध में बात की गयी, तो उन्होंने बताया कि इस संबंध में विधायक जी अभी कोई बयान मीडिया में नहीं देंगी.