गाजीपुर: चौरी चौरा से दिल्ली के जंतर मंतर के लिए रवाना हुए सत्याग्रहियों की गिरफ्तारी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डीएम को नामित ज्ञापन देकर गिरफ्तार सत्याग्रहियों की रिहाई की मांग की थी.
वहीं शनिवार को जब उनकी रिहाई नहीं की गई तो कांग्रेस कार्यकर्ता सरजू पांडे पार्क में धरना प्रदर्शन करने पहुंचे. धारा 144 लागू होने की वजह से पुलिस ने उन्हें धरने पर नहीं बैठने दिया. इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हुई. पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
दरअसल नागरिकता संशोधन कानून के विरोध, हिंदू-मुस्लिम एकता और गांधी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए 10 युवा चौरी चौरा से दिल्ली जंतर मंतर के लिए रवाना हुए. उनके द्वारा नागरिक सत्याग्रह पदयात्रा निकाली गई. मंगलवार को मऊ से पदयात्रा गाजीपुर की सीमा में पहुंची. तभी गाजीपुर पुलिस ने पदयात्रा में शामिल 10 युवाओं को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
इस मामले में एडिशनल एसपी सीपी शुक्ला ने बताया कि कुछ कांग्रेसी कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. धारा 144 लागू होने की वजह से उन्हें समझाया गया. न मानने पर हल्का बल प्रयोग करते हुए उन्हें हिरासत में लिया गया. शांति भंग के मामले में सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई की जा रही है. वहीं उन्होंने पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच किसी भी तरीके की मारपीट की बात से साफ इनकार किया.
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