गाजीपुर: मुख्तार अंसारी के दोनों साले सरजील रजा उर्फ आतिफ और अनवर शहजाद ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शरद कुमार चौधरी की अदालत में आत्मसमर्पण किया है. कोर्ट ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए न्यायिक अभिरक्षा में दोनों को जेल भेज दिया है.
बता दें कि नंदगंज क्षेत्र में सरकारी भूमि पर कब्जा किया था. आतिफ ने 31 अगस्त 2022 और अनवर ने एक सितंबर को आत्मसर्मण किया था. प्रशासन आतिफ और अनवर की भी कई संपत्ति कुर्क कर चुका है. नंदगंज के फतेहउल्लाहपुर में गोदाम बनाया था. यहां पहुंचने के लिए दोनों ने मिलकर सरकारी ताल पर कब्जा कर गोदाम तक आने-जाने के लिए रास्ते का निर्माण कराया था. हालांकि प्रशासन ताल को कब्जा मुक्त कराने के साथ ही गोदाम को भी कुर्क कर चुका है.
पुलिस अधीक्षक रोहन पी बोत्रे ने बताया कि नंदगंज के मामले में दाेनों ने आत्मसमर्पण किया है. पुलिस प्रशासन की टीम इनकी संपत्ति को चिह्नित करने का काम कर रही है. जिसे गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी. बताया कि माफिया के अवैध तरीके से अर्जित की संपत्ति के खिलाफ प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई की जा रही है.
वकील ने की पुष्टि
गाजीपुर सीजेएम कोर्ट में बाहुबली और जेल में बंद पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी के दोनों साले अनवर शहजाद 'अन्नू' और सरजील रजा उर्फ आतिफ ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी शरद कुमार चौधरी की अदालत में 1 सितंबर को वकीलों की मदद से चुपचाप आत्मसमर्पण कर दिया. कोर्ट ने इनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करते हुए न्यायिक अभिरक्षा में दोनों को जेल भेज दिया, जिसकी पुष्टि उनके वकील लियाकत अली ने की है.
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