गाजीपुर: जिले में कोटेदार अपनी मांगों को लेकर काफी मुखर नजर आ रहे हैं. कोटेदारों ने डीएम को अपना 7 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा है. उन्होंने कहा कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वह सामूहिक रूप से इस्तीफा देंगे.
प्रत्येक गांव में नियुक्त हों पर्यवेक्षक और नोडल अधिकारी
फेयर प्राइस शॉप डीलर एसोसिएशन के नेतृत्व में कोटेदारों ने डीएम को पत्र देकर 20 मई तक सार्थक कदम उठाये जाने की चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि अगर 20 मई तक राशन वितरण के दौरान सुरक्षा की व्यवस्था नहीं की गई तो वह सभी 22 मई को सामूहिक इस्तीफा दे देंगे. कोटेदारों की मांग है कि प्रत्येक गांव में पर्यवेक्षक और नोडल अधिकारी नियुक्त हों.
लाभार्थियों के लिए शासन उपलब्ध कराए साबुन
सर्वर की खराबी से समय से राशन वितरण नहीं हो पाता, जिससे विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है. उन्होंने बताया कि शासन के निर्देश पर दो महीने निशुल्क वितरण के बावजूद अबतक उनके कमीशन का भुगतान नहीं हो पाया है. बार-बार मांग करने के बावजूद कोटेदारों का बीमा नहीं किया गया है. वहीं उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी से निपटने के लिए राशन की दुकानों पर लाभार्थियों के लिए शासन के द्वारा साबुन और सैनिटाइजर की व्यवस्था भी नहीं की गई है.
जल्द ही समस्याओं का होगा निराकरण
कोटेदारों ने आरोप लगाते हुए कहा कि लाभार्थियों की शिकायतों की विधिवत जांच के बगैर ही कोटेदारों पर कार्रवाई की जा रही है. वहीं इस मामले में जिलापूर्ति अधिकारी कुमार निर्मलेन्दु ने बताया कि कोटेदारों की मांग को उच्चाधिकारियों के संज्ञान में दिया गया है. जल्द उनकी समस्याओं का निराकरण किया जाएगा.