गाजीपुर: जनपद के दिलदारनगर क्षेत्र के फूली गांव स्थित रानी दमयंती इंटर कॉलेज परिसर में शनिवार को महाराजा सुहेलदेव की 1014 वी जयंती समारोह आयोजित हुई. जिसमें मुख्य अतिथि सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर व विशिष्ट अतिथि जखनिया विधायक बेदी राम रहे पहुंचे. सभा को संबोधित करते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि हमें गर्व है कि, हम वीर योद्धा सुहेलदेव राजभर के वंशज हैं. राजभर ने कहा कि आज नेता का बेटा बड़े स्कूलों में क से कंप्यूटर पढ़ रहा है. जबकि गरीब का बेटा सरकारी स्कूल में क से कबूतर पढ़ता है.
राजभर ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव की वीरता का प्रमाण आज भी बहराइच जिले के नानपारा का मैदान है. जहां उनके द्वारा उपयोग की गई 40 किलो की तलवार आज भी मौजूद है. जब तक महाराजा सुहेलदेव का शासन रहा तब तक किसी शासक ने हमारे देश की तरफ आंख उठाकर नहीं देखा. महाराजा सुहेलदेव के वंशज राजभर जाति को सम्मान दिलाने के लिए और सत्ता में समान अधिकार दिलाने के लिए पूरे देश में आंदोलन किया. संघर्षों का ही परिणाम है कि पूरे देश में महाराजा सुहेलदेव के बारे में बीबीसी जैसे चैनल पर उनके बारे में खबर चलाकर उनकी वीरगाथा को प्रसारित किया जा रहा है. राजभर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिक्र करते हुए कहा कि वह खुद महाराजा सुहेलदेव को 26 जनवरी को बधाई दिए थे. साथ ही देश की महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू द्वारा भी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर महाराजा सुहेलदेव जयंती का जिक्र किया गया है.
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि वह 18 महीने मंत्री रहे. जब तक मंत्री रहे मुख्यमंत्री के बीच में जनता की भलाई के लिए लड़ाई चलती रही. उन्होंने कहा कि सरकार देश की जनता से टैक्स का पैसा लेकर उद्योगपतियों को लाखों करोड़ों का कर्ज देती है. जब उद्योगपति कर्ज नहीं चुका पाते हैं तो उनका लाखों करोड़ों का कर्ज माफ कर दिया जाता है. उन्होंने कहा कि सरकार से उनकी लड़ाई चलती रहेगी. जब तक गरीब किसानों का कर्ज माफ नहीं हो जाएगा. देश में समान शिक्षा के लिए भी वह हमेशा आंदोलन करते रहेंगे.
राजभर ने कहा कि आज नेता का बेटा बड़े स्कूलों में क से कंप्यूटर पढ़ रहा है. जबकि गरीब का बेटा सरकारी स्कूल में क से कबूतर पढ़ता है. यह दोहरी शिक्षा नीति समाप्त होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि देश में समान शिक्षा नीति लागू होनी चाहिए. देश में जातिगत जनगणना करके जिसकी जितनी जनसंख्या है, उसके हिसाब से उसको उतना अधिकार मिलना चाहिए. उन्होंने भाजपा और बसपा पर भी प्रहार करते हुए कहा कि दोनों पार्टियां मुझे चुनाव हराने में जुटी रही. लेकिन मैंने चुनाव जीत कर दिखा दिया.
ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हमारे आंदोलन से सबसे ज्यादा परेशानी समाजवादी पार्टी को है. रोली मिश्रा और ऋचा सिंह को पार्टी से निकानले पर तंज कसते हुए कहा कि खाता न बही, जो अखिलेश कहें, वही सही.