गाजीपुर: बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के परिवार और उनके करीबियों पर जिला प्रशासन और पुलिस शिकंजा कसती जा रही है. एक के बाद एक ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है. शनिवार को भी प्रशासन ने मुख्तार अंसारी के रिश्तेदारों और सहयोगियों द्वारा फतेहउल्लाहपुर में एफसीआई से अनुबंधित गोदाम और उसके पास ताल की अवैध कब्जा की गई जमीन को खाली कराया है.
प्रशासन ने जानकारी होने के बाद कब्जा की गई ताल की जमीन को खाली कराया. जिला प्रशासन के एक्शन से हड़कंप की स्थिति बनी हुई है. बता दें कि जब पुलिस की जीपें और जिला प्रशासन की गाड़ियां मौके पर पहुंची तो गोदाम में मौजूद कर्मचारी भाग निकले. इसके बाद जेसीबी की मदद से अवैध कब्जे को हटाया गया, जिसमें 4 कमरे, बरामदा, टीनशेड समेत अनाधिकृत निर्माण को ध्वस्त कराया गया.
डीएम ने दी जानकारी
डीएम ओमप्रकाश आर्य ने बताया कि जानकारी मिली थी कि तालाब की जमीन पर फतेउल्लाहपुर में एफसीआई का गोदाम संचालित हो रहा है, जिसके बाद संबंधित दस्तावेज निकलवाए गये. जांच के दौरान पता चला कि तालाब की जमीन पर फर्जी तरीके से नाम दर्ज कराकर माफिया मुख्तार अंसारी की पत्नी और साले समेत रिश्तेदार काबिज हैं. दस्तावेजों में मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशा बेगम, जाकिर हुसैन निवासी मुस्तफाबाद, साला आतिफ रजा निवासी सैय्यदवाड़ा, रविन्द्र नारायण सिंह निवासी सैय्यदवाडा थाना कोतवाली गाजीपुर एंव अनवर शहजाद निवासी सैय्यदवाड़ा का नाम दर्ज है.
डीएम ने बताया कि जमीन को मुख्तार के परिजनों की कंपनी मेसर्स विकास कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम पर खरीदकर एफसीआई से अनुबंधित किया गया था. इस जमीन पर वर्षाें से एफसीआई का गोदाम संचालित किया जा रहा था. मुख्तार अंसारी और उनके परिजनों ने 15 बीघा भूमि पर अपना नाम अंकित कराया, जिसके बाद विकास कंस्ट्रक्शन कम्पनी द्वारा तालाब के रकबा 5 बीघा, 6 बिस्सा भूमि चंकबंदी में फर्जी तरीके से खरीदकर उस पर कब्जा किया गया है. जमीन पर एफसीआई गोदाम और बाउंड्रीवॉल बनाया गया था. जांच के दौरान राजस्व अभिलेखों में त्रुटि को दुरूस्त कर उपजिलाधिकारी सदर और क्षेत्राधिकारी सदर की टीम द्वारा पुलिस बल के साथ फतेहउल्लाहपुर में कार्रवाई की गई. विकास कंस्ट्रक्शन के कब्जे से पांच बीघा, छह बिस्सा भूमि अवमुक्त कराकर ग्राम समाज को दे दी गई है. कार्रवाई के दौरान ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रभाष कुमार, सीओ राजीव द्विवेदी, सीओ एवं शहर कोतवाल धनन्जय मिश्रा, एसओ नंदगंज राकेश सिंह समेत कई थानों की फोर्स और पीएसी तैनात रही.