गाजीपुर: जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान गाजीपुर के रहने वाले सूबेदार मेजर श्याम नारायण यादव शहीद हो गए. सोमवार को शहीद का पार्थिव शरीर उनके गांव पहुंचा. जहां शहीद के अंतिम संस्कार की तैयारी की गई है.
दरअसल जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में आतंकियों के खिलाफ चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान मुठभेड़ में गोली लगने से गाजीपुर के रहने वाले सूबेदार मेजर श्याम नारायण यादव गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उनका इलाज सेना के अस्पताल में चल रहा था, लेकिन रविवार को उन्होंने दम तोड़ दिया. सोमवार को शहीद का पार्थिव शरीर गाजीपुर स्थित उनके गांव लाया गया. शहीद का शव गांव पहुंचते ही घर में कोहराम मच गया. इस दौरान हजारों की संख्या में लोग शहीद के घर के पास मौजूद थे. सभी लोग पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे.
शहीद सूबेदार मेजर श्याम नारायण यादव के अंतिम संस्कार के दौरान हजारों की संख्या में गांव के लोग मौजूद थे. वहीं घाट पर पहले से ही मौजूद कुछ लोगों का कहना था कि भारत और पाकिस्तान के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस को एयर स्ट्राइक के बाद बंद कर दिया गया था, लेकिन इसे फिर चालू कर दिया गया.
रविवार को पुरानी दिल्ली और सोमवार को लाहौर से यह ट्रेन एक बार फिर रवाना होगी. हालांकि ट्रेन चलाना, न चलाना कूटनीतिक पहलू है, लेकिन शहीद के परिवार और ग्रामीण सरकार के इस फैसले पर सवाल खड़े कर रहे हैं. लोगों की मांग है कि भारत और पाक के बीच चलने वाली समझौता एक्सप्रेस सेवा हमेशा के लिए रद्द की जाए.