गाजीपुर: सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को मोबाइल फोन पर जान से मारन की धमकी दी गई थी. वहीं धमकी देने वाले आरोपी सुनील ने उल्ट गाजीपुर शहर कोतवाली में ओमप्रकाश राजभर के खिलाफ तहरीर दी है.
सुनील ने बताया कि क्षेत्रीय विधायक ओमप्रकाश राजभर को 14 मई को उसने फोन करके क्षेत्र की समस्या और कोरोना महामारी के विषय में बता रहा था. इस पर पूर्व मंत्री उसे गालियां देने लगे. परिवार को जान से मारने की धमकी तक दे डाले. उनके प्रतिनिधि और सुभासपा गाजीपुर के जिलाध्यक्ष मेजर रामजी राजभर के फेसबुक एकाउंट पर मेरी हत्या को लेकर कमेंट किया जा रहा है. जिसको लेकर उसने तहरीर दी है. पूरे मामले की जांच उप निरीक्षक विजय कुमार यादव को सौंपी गई है.
बता दें की पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कुछ दिनों पहले एक वीडियो संदेश जारी कर एक व्यक्ति द्वारा फ़ोन पर जान से मारने की धमकी देने की बात कही थी. पूर्व मंत्री के जारी बयान में कहा था कि जब से वे भाजपा के साथ गठबंधन से हटे हैं. तब से उन्हें और उनके दोनों पुत्रों को लगातार जान से मारने की धमकी मिल रही है. इस मामले में गाजीपुर के कासिमाबाद थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी. उनकी तहरीर पर आरोपी सुनील को पकड़ा भी गया था.
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पुलिस की जांच में आरोपी सुभासपा का ही पुराना कार्यकर्ता निकला. पुलिस की माने तो पूर्व मंत्री ने जान से मारने की धमकी से जुड़ा कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया. वहीं अब उल्टा आरोपी सुनील पांडेय ने ही पूर्व मंत्री के खिलाफ शहर कोतवाली में मामला दर्ज कराया है. वहीं इस मामले में विधायक ओमप्रकाश राजभर लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है.