गाजीपुरः कोविड-19 के दस महीने बाद पहली बार यात्रियों से भरी पैसेंजर ट्रेन जिले के ताड़ी घाट रेलवे स्टेशन पर पहुंची. पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर चलकर दो इलेक्ट्रिक इंजन युक्त आठ बोगियों वाली दिलदारनगर-ताडीघाट-मुगलसराय पैसेंजर ट्रेन संख्या 03643 ब्रांच लाइन पर रफ्तार भरते हुए घने कोहरे के बावजूद अपने निर्धारित समय से महज दस मिनट लेट पहुंची. बता दें कि 141 वर्ष बाद ब्रंच लाइन पर इलेक्ट्रिक इंजन से ट्रेन का पहली बार परिचालन शुरू होने से यात्रियों ने खुशी जताई.
यात्रियों की मांग हुई पूरी
बता दें कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार ने बस और ट्रेन को बंद कर दिया था. पूरा देश अनलॉक होने के बाद भी जब लोगों को यातायात के लिए परेशानी होने लगी तब लोगों ने अपनी पैसेंजर ट्रेन चलाने की मांग शुरू कर दी. इसके बाद रेलवे ने लोगों की आवाज को सुना और ताड़ीघाट-दिलदारनगर-मुगलसराय पैसेंजर ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया. मंगलवार को ट्रेन स्टेशन पर आने पर यात्रियों ने ड्राइवर और स्टेशन मास्टर को मिठाई खिला अपनी खुशी का इजहार किया.
ड्राइवर और स्टेशन मास्टर का किया स्वागत
पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर चलकर पैसेंजर ट्रेन ताड़ीघाट स्टेशन पहुंची. यहां पहले से ही ट्रेन के इंतजार में खड़े यात्रियों ने लोकोपायलट के शर्मा, गार्ड केडी रंजन, टीआई दिलदारनगर संजय कुमार, स्टेशन अधीक्षक सुजित कुमार सहित अन्य लोगों को माला पहनाकर और मिठाई खिलाकर अभिवादन किया. दस माह बाद ट्रेन के पहुंचने पर लोगों ने गगनभेदी जयघोष के नारे भी लगाए. इसके पूर्व लोगों ने जगह-जगह ट्रेन को रोकर चालक सहित अन्य कर्मियों का भव्य स्वागत किया.
सोनवल व बेमुआ हाल्ट पर भी रुकेगी ट्रेन
रेलवे को भारी जन दबाव के कारण सोनवल व बेमुआ स्थित हाल्ट पर ट्रेन के ठहराव न होने के निर्णय को रद करना पड़ा. पहले दिन उत्साहित सैकड़ों यात्रियों ने दस महीने बाद ट्रेन का सफर कर राहत महसूस किया. ट्रेन ताडीघाट से दिलदारनगर के लिए पुन: 9 बजकर 45 मिनट सुरक्षित रवाना हुई. स्पेशल पैसेन्जर ट्रेन पूर्व की भातिं तीन बार अप-डाउन करेगी. बताते चले की
इलेक्ट्रिक इंजन का सफलतापूर्वक संचालन
यातायात निरीक्षक संजय कुमार ने बताया कि ब्रांच लाइन का पूर्व में विद्युतीकरण हो जाने व आलाधिकारियों के निरीक्षणों परांत इलेक्ट्रिक इंजन के संचालन की पूर्व में ही हरी झंडी मिल गई थी, जिसके बाद इसका सुरक्षित रूप से परिचालन अब इलेक्ट्रिक इंजन से शुरू हो गया. इसके संचालन से आने-जाने में यात्रियों को सहूलियतें होगीं.