गाजीपुर: जिले के गहमर स्थित गंगा घाटों पर लाशों के मिलने का सिलसिला लगातार जारी है. बुधवार को फिर गहमर के गंगा घाट पंचमुखी पर तीन से चार की संख्या में लाशें मिली हैं. इस मामले पर जब ईटीवी भारत की टीम ने जिलाधिकारी मंगल प्रसाद सिंह से बात किया तो उन्होंने बताया कि केवल एक लाश बरामद हुई है, जिसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है.
बता दें कि अभी गाजीपुर के करंडा के धरम्मरपुर गंगा घाट पर भी तकरीबन तीन से चार की संख्या में लाश बरामद हुई है. वहां पर जिला प्रशासन इतनी सख्ती बरत रहा है कि लोगों के मोबाइल भी छीन लिए जा रहे हैं और पत्रकारों को भी वहां जाने से रोका जा रहा है.
ईटीवी भारत की खबर का एसडीएम ने लिया संज्ञान
जिला प्रशासन का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी लाशों को लेकर कुछ भी बोलने से कतरा रहा था. ईटीवी भारत के खबर चलाने के बाद जिला प्रशासन के ने ईटीवी भारत की खबर को गंभीरता से लेते हुए गंगा घाटों का औचक निरीक्षण किया और लाशें गंगा में मिलने की बात स्वीकार की है.
एसडीएम रमेश कुमार मौर्य से जब ईटीवी भारत की टीम ने बात की तो उन्होंने बताया कि ईटीवी भारत की खबर के बाद हमने मामले को गंभीरता से संज्ञान में लिया और टीम गठित कर गंगा में उतराई लाशों को तकरीबन 11:00 बजे रात से लेकर सुबह 8:00 बजे तक एक-एक कर निकालकर उनका अंतिम संस्कार कराया गया.
वहीं जिलाधिकारी की बात मानें तो सुबह तक उन्होंने कहा कि केवल एक लाश मिली है, जिसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है. अब सवाल यह उठता है कि यदि सेवराई एसडीएम कह रहे हैं कि 24 से 25 की संख्या में हमने लाश बरामद किया है, वहीं जिलाधिकारी एक लाश की बात कर रहे हैं तो कहीं ना कहीं दोनों के बयानों में अंतर दिख रहा है.