गाजियाबाद: कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट क्षेत्रों में भी बिना रुके, बिना थके और बिना डर के पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी कर रहे हैं. मुरादनगर कस्बे के सक्को वाली गली में एक कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद से पूरे क्षेत्र को हॉटस्पॉट घोषित कर दिया गया है. पुलिसकर्मी भी इन संवेदनशीन क्षेत्रों में बिना डर के ड्यूटी कर रहे हैं.
डर से बड़ा है फर्ज
मुरादनगर कस्बा चौकी इंचार्ज निरंजन सिंह सिरोही लगातार अपनी पुरी टीम के साथ हॉटस्पॉट क्षेत्र में तैनात हैं. ईटीवी भारत को निरंजन सिंह ने बताया कि हॉटस्पॉट एरिया में ड्यूटी करने के दौरान सभी पुलिसकर्मियों को डर तो लगता ही है. क्योंकि वो भी समाज के सभी व्यक्तियों से मिलते हैं. अगर वो कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाते हैं तो संक्रमण का समाज में तेजी से फैलने का डर बना रहता है. इसलिए हमारा पहला उद्देश्य यही है कि हॉटस्पॉट क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति का आवागमन न हो. इसके लिए चाहे हमें जो भी कार्रवाई करनी पड़े.
'फोन करके बेटी पूछती है, पापा घर कब आओगे'
चौकी इंचार्ज ने बताया कि जब वो अपने परिवार से फोन पर बातचीत करते हैं तो उनकी फैमिली को भी इनकी चिंता सताती है. घरवाले कहते हैं कि अपना ख्याल रखो, क्योंकि तुम सुरक्षित रहोगे, तो हम भी सुरक्षित रहेंगे. उनकी पांच साल की बेटी भवानी को भी उनकी फ्रिक सताती रहती हैं. वो बार-बार उन्हें फोन करके यही पूछती रहती हैं कि वो ठीक तो है ना और उन्होंने खाना खाया या नहीं. वो फोन पर पूछती रहती है कि 'पापा घर कब आओगे' लेकिन इन सबके बावजूद वह अपना फर्ज अदा कर रहे हैं.
कोरोना से जंग में डट कर खड़े है कोरोना योद्धा!
लाॅकडाउन के चलते पुलिसकर्मी, सफाईकर्मी, डॉक्टर और मीडियाकर्मी लगातार अपना फर्ज निभा रहे हैं. डॉक्टर अपनी जान पर खेलकर कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर कोरोना वायरस के हॉटस्पॉट क्षेत्रों में भी पुलिसकर्मी अपना फर्ज निभा रहे हैं.