ETV Bharat / state

कांग्रेस के कई नेता हिंदू शब्द से चिढ़ते हैं, पार्टी को माओवादी बनाना चाहते हैं: प्रमोद कृष्णम - कांग्रेस के कई नेता हिंदू शब्द से चिढ़ते हैं

राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन के बाद कांग्रेस पार्टी में उथल-पुथल सी मची हुई है. कांग्रेस के कई नेताओं ने राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन को लेकर नाराजगी जाहिर की है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम का कहना है कि इन नेताओं की नाराजगी जायज है.

etv bharat
प्रमोद कृष्णम
author img

By

Published : Jun 1, 2022, 10:45 PM IST

नई दिल्ली/गाजियाबाद : राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन के बाद कांग्रेस पार्टी में उथल-पुथल सी मची हुई है. कांग्रेस के कई नेताओं ने राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन को लेकर नाराजगी जाहिर की है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम का कहना है कि इन नेताओं की नाराजगी जायज है.

अपनी बात रखते प्रमोद कृष्णम

राज्यसभा बहुत ही गरिमापूर्ण सदन होता है. पार्टी को राज्यसभा उन लोगों को भेजना चाहिए. जिनमें काबिलियत हो, लेकिन बहुत ही अफसोस की बात है कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के आसपास उन लोगों का जमावड़ा हो गया जिनका पार्टी नेतृत्व के प्रति निष्ठा से कोई लेना देना ही नहीं है.
कई नेता कांग्रेस पार्टी के लिए हैं बोझ
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि पार्टी में कल-परसों के आए हुए लोग कब्जा जमाना चाह रहे हैं. और काफी हद तक अपने मकसद में कामयाब हो गए हैं. उन लोगों को राज्यसभा नहीं भेजा जाता है जो पार्टी के लिए बोझ होते हैं. पार्टी पर कुछ ऐसे लोगों ने कब्जा जमा लिया है, जिनका पार्टी की विचारधारा से कोई लेना देना नहीं है.

इसे भी पढ़ेंः Ram Mandir: CM योगी ने रखा गर्भगृह का पहला पत्थर, अयोध्यावासियों के लिए ऐतिहासिक दिन

कांग्रेस मजबूत होगी तो विपक्ष होगा सशक्त
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम से जब सवाल किया गया कि क्या उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार न बनाए जाने से वह नाराज हैं. तो इस पर उन्होंने कहा कि सवाल उनके राज्यसभा जाने या न जाने का नहीं है, बल्कि कांग्रेस पार्टी के भविष्य का है. कांग्रेस 100 साल पुरानी पार्टी है. पार्टी को खड़ा करने के लिए महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने बलिदान दिया. आज लोकतंत्र खतरे में है. लोकतंत्र को सशक्त बनाने के लिए विपक्ष का सशक्त होना बहुत जरूरी है. विपक्ष तब सशक्त होगा, जब कांग्रेस सशक्त होगी.
हिंदू शब्द से चिढ़ते हैं कई कांग्रेसी नेता
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा पार्टी में कई ऐसे नेता हैं जो हिंदू शब्द से चिढ़ते हैं. कुछ नेताओं के लिए धर्म निरपेक्षता का मतलब हिंदू धर्म को अपमानित करना है. कुछ लोग कांग्रेस पार्टी को बिल्कुल माओवादी बनाना चाहते हैं. जो ठीक नही है.
ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप

नई दिल्ली/गाजियाबाद : राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन के बाद कांग्रेस पार्टी में उथल-पुथल सी मची हुई है. कांग्रेस के कई नेताओं ने राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन को लेकर नाराजगी जाहिर की है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम का कहना है कि इन नेताओं की नाराजगी जायज है.

अपनी बात रखते प्रमोद कृष्णम

राज्यसभा बहुत ही गरिमापूर्ण सदन होता है. पार्टी को राज्यसभा उन लोगों को भेजना चाहिए. जिनमें काबिलियत हो, लेकिन बहुत ही अफसोस की बात है कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के आसपास उन लोगों का जमावड़ा हो गया जिनका पार्टी नेतृत्व के प्रति निष्ठा से कोई लेना देना ही नहीं है.
कई नेता कांग्रेस पार्टी के लिए हैं बोझ
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि पार्टी में कल-परसों के आए हुए लोग कब्जा जमाना चाह रहे हैं. और काफी हद तक अपने मकसद में कामयाब हो गए हैं. उन लोगों को राज्यसभा नहीं भेजा जाता है जो पार्टी के लिए बोझ होते हैं. पार्टी पर कुछ ऐसे लोगों ने कब्जा जमा लिया है, जिनका पार्टी की विचारधारा से कोई लेना देना नहीं है.

इसे भी पढ़ेंः Ram Mandir: CM योगी ने रखा गर्भगृह का पहला पत्थर, अयोध्यावासियों के लिए ऐतिहासिक दिन

कांग्रेस मजबूत होगी तो विपक्ष होगा सशक्त
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम से जब सवाल किया गया कि क्या उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार न बनाए जाने से वह नाराज हैं. तो इस पर उन्होंने कहा कि सवाल उनके राज्यसभा जाने या न जाने का नहीं है, बल्कि कांग्रेस पार्टी के भविष्य का है. कांग्रेस 100 साल पुरानी पार्टी है. पार्टी को खड़ा करने के लिए महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने बलिदान दिया. आज लोकतंत्र खतरे में है. लोकतंत्र को सशक्त बनाने के लिए विपक्ष का सशक्त होना बहुत जरूरी है. विपक्ष तब सशक्त होगा, जब कांग्रेस सशक्त होगी.
हिंदू शब्द से चिढ़ते हैं कई कांग्रेसी नेता
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा पार्टी में कई ऐसे नेता हैं जो हिंदू शब्द से चिढ़ते हैं. कुछ नेताओं के लिए धर्म निरपेक्षता का मतलब हिंदू धर्म को अपमानित करना है. कुछ लोग कांग्रेस पार्टी को बिल्कुल माओवादी बनाना चाहते हैं. जो ठीक नही है.
ऐसी ही ज़रूरी और विश्वसनीय ख़बरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.