गाजियाबाद: कोरोना की सेकंड वेव तेज हो गई है. दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने के बाद गाजियाबाद जिला प्रशासन भी सतर्क हो गया है. जिला प्रशासन द्वारा L1 और L2 अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाई गई है. साथ ही वेंटिलेटर आदि मेडिकल संसाधनों में भी पर्याप्त इजाफा किया गया है.
800 बेड की कराई गई व्यवस्था
कोविड-19 वैश्विक महामारी की सेकंड वेव को मद्देनजर रखते हुए जिला प्रशासन सतर्क हो गया है. जिला प्रशासन द्वारा एल-1 के 1100 बेड (एसआरएम-350, आईएमएस-400, दिव्य ज्योति-350) तैयार कराए जा रहे हैं. जबकि एल-2 के लिए संजय नगर संयुक्त चिकित्सालय में 76 बेड, ईएसआईसी साहिबाबाद में 100 बेड के अतिरिक्त निजी अस्पतालों में भी 800 बेड की व्यवस्था कराई जा रही है.
3100 टेस्टिंग का लक्ष्य निर्धारित
सरकारी अस्पतालों में 43 वेंटिलेटर और निजी क्षेत्र के अस्पतालों में 45 वेंटिलेटर की व्यवस्था कराई जा रही है. इसके अतिरिक्त अस्पतालों में एचएफएनसी की भी व्यवस्था की गई है. जो कोविड-19 के संक्रमितों मरीजों को वेंटिलेटर से पहले दी जाती है. नवंबर में यदि कोई संक्रमण की आपदा आती है तो उसके लिए 1000 मरीजों के लिए दवाई उपलब्ध है.
RRT की 15 टीमें कर रहीं कार्य
अभी तक प्रतिदिन 3100 टेस्टिंग का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. नवंबर में टेस्टिंग को 4000 तक बढ़ा दिया गया है. साथ ही विपरीत परिस्थितियों पड़ने पर टेस्टिंग को 6000 तक किया जा सकता है. जिले में आरआरटी की 15 टीमें वर्तमान में कार्य कर रही हैं. आपदा आने पर आरआरटी की 25 टीमें लगाई जा सकती हैं. गाजियाबाद में कोरोना कि सर्विलांस में लगी टीमों को सक्रिय किया जा रहा है. मौजूदा समय में सर्विलांस में लगी टीमों की संख्या 861 है, ज़िला प्रशासन सर्विलांस में लगी टीमों की संख्या 1000 करने की योजना बना रहा है.