ETV Bharat / state

टेबल तोड़कर पुलिसकर्मी की फाड़ी वर्दी, अस्पताल में शराबी का हंगामा

पुलिस की ओर से अस्पताल में एक व्यक्ति को मेडिकल करवाने के लिए लाया गया जिसने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया और इमरजेंसी में तोड़फोड़ कर दी. इसकी शिकायत डॉक्टर की ओर से पुलिस को दी गई, जिसके बाद सेक्टर-20 पुलिस शराबी को किसी तरह बाहर लेकर गई.

author img

By

Published : Apr 26, 2019, 10:21 PM IST

अस्पताल में शराबी ने किया जमकर हंगामा

नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर-30 में करोड़ों की लागत से बने जिला अस्पताल में सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं है. इसकी एक बानगी तब देखने को मिली जब एक शराबी ने जमकर बवाल काटा. यहां तक की शराबी ने अस्पताल में ईएमओ के टेबल का शीशा तोड़ दिया और एक सिपाही की वर्दी भी फाड़ दी गई.

अस्पताल में शराबी ने किया जमकर हंगामा

शराबी ने की तोड़फोड़
पुलिस की ओर से अस्पताल में एक व्यक्ति को मेडिकल करवाने के लिए लाया गया था, जिसने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया और इमरजेंसी में तोड़फोड़ कर दी. इसकी शिकायत डॉक्टर की ओर से पुलिस को दी गई, जिसके बाद सेक्टर-20 पुलिस शराबी को किसी तरह बाहर लेकर गई.

प्रशासन की लापरवाही
गौरतलब है कि प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाने वाला यह जिला अस्पताल करोड़ों रुपए की लागत से बनाया गया है, जिसके कई बार नाम बदले गए तो पहले भी कई बार बवाल हुए.
जिसके लिए जिला अस्पताल के नाम पर पुलिस चौकी खोल दी गई, जो कि कुछ महीनों में पुलिस चौकी सिर्फ कागजों में ही बन कर रह गई, जिसका नतीजा अब फिर से देखने को मिला है.

काबू से बाहर हुआ शराबी
यहां पुलिस द्वारा लाया गया एक शराबी पुलिस कर्मियों के काबू से बाहर हो गया. हाथ मे हथकड़ी होने के बावजूद भी पुलिस उसे काबू में नहीं कर पा रही थी.

इस घटना के बाद अस्पताल के कर्मचारी भी सहमे हुए हैं. इस संबंध में डॉक्टर द्वारा पुलिस को लिखित में शिकायत दी गई है

पुलिस पर भी उठ रहे सवाल
पुलिस के मुताबिक शराबी व्यक्ति सेक्टर-18 में बवाल कर रहा था, जिसके चलते इसे हिरासत में लिया गया था. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को धारा-151 में चालान कर जेल भेज दिया.

वहीं, इस दौरान नोएडा पुलिस के इस अमानवीय व्यवहार पर भी सवाल उठ रहा है जो इस शराबी को घसीट कर ले गए.

नई दिल्ली/नोएडा: राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर-30 में करोड़ों की लागत से बने जिला अस्पताल में सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं है. इसकी एक बानगी तब देखने को मिली जब एक शराबी ने जमकर बवाल काटा. यहां तक की शराबी ने अस्पताल में ईएमओ के टेबल का शीशा तोड़ दिया और एक सिपाही की वर्दी भी फाड़ दी गई.

अस्पताल में शराबी ने किया जमकर हंगामा

शराबी ने की तोड़फोड़
पुलिस की ओर से अस्पताल में एक व्यक्ति को मेडिकल करवाने के लिए लाया गया था, जिसने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया और इमरजेंसी में तोड़फोड़ कर दी. इसकी शिकायत डॉक्टर की ओर से पुलिस को दी गई, जिसके बाद सेक्टर-20 पुलिस शराबी को किसी तरह बाहर लेकर गई.

प्रशासन की लापरवाही
गौरतलब है कि प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का ड्रीम प्रोजेक्ट कहा जाने वाला यह जिला अस्पताल करोड़ों रुपए की लागत से बनाया गया है, जिसके कई बार नाम बदले गए तो पहले भी कई बार बवाल हुए.
जिसके लिए जिला अस्पताल के नाम पर पुलिस चौकी खोल दी गई, जो कि कुछ महीनों में पुलिस चौकी सिर्फ कागजों में ही बन कर रह गई, जिसका नतीजा अब फिर से देखने को मिला है.

काबू से बाहर हुआ शराबी
यहां पुलिस द्वारा लाया गया एक शराबी पुलिस कर्मियों के काबू से बाहर हो गया. हाथ मे हथकड़ी होने के बावजूद भी पुलिस उसे काबू में नहीं कर पा रही थी.

इस घटना के बाद अस्पताल के कर्मचारी भी सहमे हुए हैं. इस संबंध में डॉक्टर द्वारा पुलिस को लिखित में शिकायत दी गई है

पुलिस पर भी उठ रहे सवाल
पुलिस के मुताबिक शराबी व्यक्ति सेक्टर-18 में बवाल कर रहा था, जिसके चलते इसे हिरासत में लिया गया था. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को धारा-151 में चालान कर जेल भेज दिया.

वहीं, इस दौरान नोएडा पुलिस के इस अमानवीय व्यवहार पर भी सवाल उठ रहा है जो इस शराबी को घसीट कर ले गए.

Intro:नोएडा----
नोएडा के सेक्टर 30 में करोड़ों की लागत से बना जिला अस्पताल का हाल यह है कि सुरक्षा के नाम पर कुछ भी नहीं है , डॉक्टरों के साथ वहां कुछ भी हो पर सुरक्षा के नाम पर सिर्फ प्राइवेट गार्ड लगाए गए जिनकी संख्या मात्र चंद है , जिसका उदहारण आज देखने को मिला,पुलिस द्वारा अस्पताल में एक व्यक्ति का मेडिकल कराने लाया गया जिसने वहां हंगामा शुरू कर दिया और इमरजेंसी में तोड़फोड़ कर दी , पुलिस उसे किसी तरह वहां से लेकर गई ।
जिसकी शिकायत डॉक्टर द्वारा पुलिस से की गई है।
वही थानां सेक्टर 20 पुलिस ने मजरुब मौके से घसीट कर ले गई बाहर।


Body:प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का ड्रीम प्रोजेक्ट कहां जाने वाला जिला अस्पताल करोड़ों रुपए की लागत से बनाया गया अस्पताल के कई बार नाम बदले ,पूर्व में कई बार बवाल हुआ तो जिला अस्पताल के नाम पर पुलिस चौकी खोल दी गई,पर कुछ महीनों में पुलिस चौकी सिर्फ कागजो में ही बन कर रह गई ,जिसका परिणाम आज देखने को मिला कि पुलिस द्वारा मेडिकल के लिए लाया गया एक मजरुब प्रेम सिंह राणा ने जम कर बवाल काटा,मजरुब ने मेडिकल कर रहे डॉक्टर के टेबल का शीशा तोड़ दिया ,साथ आये पुलिस कर्मियों के काबू से बाहर हो गया,हाथ मे हथकड़ी होने के वावजूद भी पुलिस उसे काबू में नही कर पा रही थी और इमरजेंसी रूम से घसीट कर बाहर ले गए।अस्पताल में हुए इस हंगामे के बाद से वहां का स्टाफ़ काफी सहमा हुआ है।इस संबंध में डॉक्टर द्वारा पुलिस से लिखित शिकायत की गई है।अब देखना होगा कि पुलिस अस्पताल की और वहां के स्टाफ की सुरक्षा कर पाती है।वही इस पूरे मामले में पुलिस का अमानवीय चेहरा भी सामने आया है कि वो किस तरह एक व्यक्ति के साथ व्यवहार कर रही है ।


Conclusion:जिला अस्पताल में जिस मजरुब का मेडिकल करने पुलिस गई थी वो थानां सेक्टर 20 की थी।पुलिस ने बताया कि इस व्यक्ति द्वारा सेक्टर 18 में बवाल कर रहा था इस लिए इसे हिरासत में लिया गया था।पुलिस ने आरोपी का धारा 151 में चालान कर जेल भेज दिया। वही पुलिस का अमानवीय पहलू भी देखने को मिला कि एक मजरुब को कितनी बेरहमी से अस्पताल के बाहर ले गए !धन्य है नोएडा पुलिस!

बाईट--डॉक्टर गुंजन राठौर (ईएमओ जिला अस्पताल)

नोट---अस्पताल में हुए हंगामे और पुलिस के अमानवीय का वीडियो मेल से (जिला अस्पताल हंगामा के नाम से भेज रहा हु )
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.