नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों को मेरठ से हथियार लाकर देने वाले बाप-बेटे की जोड़ी को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इनके पास से 8 सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल और 15 कारतूस बरामद किए हैं. अब तक वह दिल्ली- एनसीआर में 100 से ज्यादा हथियार खपा चुके हैं.
डीसीपी जी. रामगोपाल नाइक के अनुसार हथियारों की तस्करी को ध्यान में रखते हुए क्राइम ब्रांच की टीम काम कर रही थी. इस दौरान पुलिस ने ऐसे लोगों की जानकारी जुटाई जो पहले हथियार तस्करी में लिप्त रहे हैं.
इस दौरान यह तथ्य सामने आए कि मेरठ, मेवात, मथुरा, मुंगेर और मध्य प्रदेश से हथियार लेकर तस्कर दिल्ली-एनसीआर के बदमाशों को दे रहे हैं.इस बीच यह पता चला कि मेरठ का रहने वाला हारुन बदमाशों को हथियार पहुंचा रहा है.
गाजीपुर से गिरफ्तार हुए बाप-बेटा
बीते 26 जनवरी को एएसआई राकेश को सूचना मिली कि अवैध हथियारों की सप्लाई में शामिल हारुन सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल सप्लाई करने गाजीपुर मंडी के पास आएगा. उसके साथ उसका बेटा इमरान भी होगा.
इस जानकारी पर एसीपी अरविंद कुमार की देखरेख में पुलिस टीम ने छापा मारकर बाइक सवार हारुन एवं उसके बेटे इमरान को रोक लिया. पुलिस से बचने के लिए इमरान ने उनकी तरफ पिस्तौल तानी लेकिन पुलिस टीम उसे काबू करने में कामयाब रही. इमरान के पास से एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद हुए. वहीं हारुन के पास 7 पिस्तौल और 14 जिंदा कारतूस बरामद हुए. हारुन के खिलाफ पहले भी तीन मामले दिल्ली और यूपी में दर्ज हैं.
कई सालों से कर रहा था तस्करी
पूछताछ में हारून ने पुलिस को बताया कि वह मेरठ के हुमायूं नगर का रहने वाला है. साल 2009 में हथियार की तस्करी करने वाले रहीस के संपर्क में आकर वह इस धंधे में शामिल हुआ. वह उससे हथियार लेकर उसे दिल्ली एनसीआर के बदमाशों को सप्लाई करने लगा. साल 2010 में उसे स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया था. जेल में रहने के दौरान दिल्ली और उत्तर प्रदेश की कई बदमाशों के संपर्क में आया. जेल से बाहर आने के बाद वह उन्हें हथियार सप्लाई करने लगा. इमरान ने पुलिस को बताया कि बीते दो साल से वह अपने पिता के साथ हथियारों की तस्करी में लगा हुआ है.