गाजियाबाद: जनपद गाजियाबाद के मोदीनगर थाने में आज एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां दो हिंदू संगठनों से जुड़े नेता अपने-अपने कार्यकर्ताओं के साथ अपने संगठन के नाम को लेकर स्पष्टीकरण देने पहुंचे.
मामले के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संरक्षण में चलने वाले संगठन हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि आकाश वर्मा नामक व्यक्ति खुद को गलत तरीके से हिंदू युवा वाहिनी का गाजियाबाद जिलाध्यक्ष बताता है. कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि आकाश शर्मा हिंदू युवा वाहिनी नाम से एक अन्य संगठन चला रहा है. वहीं इन आरोपों पर आकाश वर्मा का कहना है कि उनकी हिंदू युवा वाहिनी दिल्ली में रजिस्टर्ड है, जिसके वह गाजियाबाद जिलाध्यक्ष हैं.
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इस पर हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता नीरज शर्मा का कहना है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से हिंदू युवा वाहिनी के नाम से तीन-चार संगठन बन गए हैं, जिनके नाम हिंदू युवा वाहिनी, हिंदू युवा वाहिनी भगवा, हिंदू युवा वाहिनी केसरिया, हिंदू युवा वाहिनी भारत है. उन्होंने कहा कि असली हिंदू युवा वाहिनी को चलाने वाले योगी आदित्यनाथ के साथी और विधायक राघवेन्द्र प्रताप सिंह इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं.
पुलिस कर रही है जांच
वहीं दूसरी ओर स्वयं को कथित तौर पर हिंदू युवा वाहिनी का गाजियाबाद जिलाध्यक्ष बताने वाले आकाश वर्मा का कहना है कि वह बीते कुछ दिनों पहले गाजियाबाद जिलाध्यक्ष बने थे. उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं.
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गाजियाबाद में हिंदू वाहिनी के दो जिलाध्यक्ष
गौरतलब है कि हिंदू युवा वाहिनी संगठन के नाम को लेकर विवाद ने तब तूल पकड़ा जब आकाश वर्मा ने हिंदू वाहिनी का गाजियाबाद जिलाध्यक्ष बनाए जाने पर शहर भर में होर्डिंग लगवाए, जिसकी मोदीनगर के सिकरी गांव निवासी सुबोध कुमार ने मोदीनगर थाने में शिकायत की.