गाजियाबाद: केंद्र सरकार का कहना है कि लोकसभा पास कृषि बिल से खेतीबाड़ी के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन आएगा. केंद्र सरकार इन बिलों को किसानों के हित में उठाया गया ऐतिहासिक कदम बता रही है. वहीं किसान संगठन और विपक्षी पार्टियां इसके विरोध में हैं. इसे लेकर ईटीवी भारत ने भाजपा किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश अध्यक्ष राजा वर्मा से बात की.
राजा वर्मा ने कहा कि विपक्षी दलों के पास कोई मुद्दा नहीं बचा है. विपक्षी पार्टियां अपने आप को जीवित रखने के लिए लोगों को भ्रमित करने का प्रयास कर रही हैं. विपक्षी पार्टियां किसानों को भ्रमित कर रही हैं, क्योंकि किसानों के पास अब विपक्षी राजनीतिक दलों पर विश्वास नहीं रहा है. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किसानों को बहुत विश्वास है.
बता दें, कृषि बिल के विरोध में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने हाल ही में कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे को लेकर राजा वर्मा ने कहा कि कांग्रेस के द्वारा प्रचारित और भ्रमित करने वाले विषय के सामने उन्होंने अपने घुटने टेक दिए हैं. उन्होंने कहा कि शायद हरसिमरत कौर बादल की कोई राजनीतिक मजबूरी रही होगी, जिसके चलते उन्होंने इस्तीफा दिया है.
राजा वर्मा ने कहा कि कृषि बिल को लेकर वो खुद किसानों के बीच जाकर उनसे बातचीत कर चुके हैं. उन्होंने कहा कि किसानों का साफ तौर पर कहना है कि अपने राजनीतिक फायदे के लिए विपक्षी पार्टियां उन्हें भ्रमित कर रही हैं.
किसान आश्वस्त हैं कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हित में जो भी फैसले लिए जा रहे हैं वो पूरी तरह से ठीक हैं. भले ही अन्य राजनीतिक दलों द्वारा किसानों में भ्रम पैदा किया जा रहा हो, लेकिन किसानों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूर्ण विश्वास है. केंद्र ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है और इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार किसानों के हित में कई कदम उठा रही है.
राजा वर्मा, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा किसान मोर्चा