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गाजियाबादः वायु प्रदूषण पर नियंत्रण करने के लिए इस्तेमाल की जाएगी एन्टी स्मोग गन - एन्टी स्मोग गन

गाजियाबाद के जिला अधिकारी अजय शंकर पांडे ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि वायु प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए एन्टी स्मोग गन का इस्तेमाल किया जाए. गाजियाबाद में कंस्ट्रक्शन साइट्स जिनका एरिया 3000 स्क्वायर मीटर से ज्यादा है.

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जिला अधिकारी अजय शंकर पांडे.
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Published : Mar 4, 2020, 2:49 AM IST

गाजियाबाद: हाल ही में जारी की गई वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट में दावा किया गया था कि गाजियाबाद वर्ष 2019 में विश्व का सबसे प्रदूषित शहर रहा है. दिवाली के बाद से ही गाजियाबाद का वायु प्रदूषण स्तर खराब, अत्यंत खराब और गंभीर श्रेणी में चल रहा है, जिसके चलते शहरवासियों को कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

बता दें कि वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2019 आने के बाद गाजियाबाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है. जनपद का प्रदूषण स्तर कम करने के लिए जिला प्रशासन पूरी ताकत झोंकता नजर आ रहा है.

वायु प्रदूषण पर चलेगी एन्टी स्मोग गन.

'लगाई जाएगी एन्टी स्मोग गन'
गाजियाबाद के जिला अधिकारी अजय शंकर पांडे ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश है कि प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए एन्टी स्मोग गन का इस्तेमाल किया जाए. गाजियाबाद में कंस्ट्रक्शन साइट्स जिनका एरिया 3000 स्क्वायर मीटर से ज्यादा है. उनके लिए एन्टी स्मोग गन लगाना अनिवार्य है. 22 बिल्डर चिन्हित किए गए हैं, जिनको एन्टी स्मोग गन लगानी है, जिनमें से चार बिल्डरों द्वारा एन्टी स्मोग गन लगा ली गई है. वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का गाजियाबाद जिला प्रशासन द्वारा अनुपालन कराया जा रहा है.

इसे भी पढ़ें- गाजियाबाद: खराब श्रेणी में प्रदूषण स्तर, संजय नगर का AQI पहुंचा 304

एन्टी स्मोग गन करती है कृत्रिम बारिश
एन्टी स्मोग गन तकरीबन साढे़ चार लाख से लेकर 15 लाख तक की कीमत की होती है. एंटी स्मॉग गन 50 मीटर तक की उचाई तक पानी की बौछार करती है. जिससे हवा में मौजूद धूल के कण का स्तर कम हो जाता है.

गाजियाबाद: हाल ही में जारी की गई वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट में दावा किया गया था कि गाजियाबाद वर्ष 2019 में विश्व का सबसे प्रदूषित शहर रहा है. दिवाली के बाद से ही गाजियाबाद का वायु प्रदूषण स्तर खराब, अत्यंत खराब और गंभीर श्रेणी में चल रहा है, जिसके चलते शहरवासियों को कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.

बता दें कि वर्ल्ड एयर क्वालिटी रिपोर्ट 2019 आने के बाद गाजियाबाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है. जनपद का प्रदूषण स्तर कम करने के लिए जिला प्रशासन पूरी ताकत झोंकता नजर आ रहा है.

वायु प्रदूषण पर चलेगी एन्टी स्मोग गन.

'लगाई जाएगी एन्टी स्मोग गन'
गाजियाबाद के जिला अधिकारी अजय शंकर पांडे ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश है कि प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए एन्टी स्मोग गन का इस्तेमाल किया जाए. गाजियाबाद में कंस्ट्रक्शन साइट्स जिनका एरिया 3000 स्क्वायर मीटर से ज्यादा है. उनके लिए एन्टी स्मोग गन लगाना अनिवार्य है. 22 बिल्डर चिन्हित किए गए हैं, जिनको एन्टी स्मोग गन लगानी है, जिनमें से चार बिल्डरों द्वारा एन्टी स्मोग गन लगा ली गई है. वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का गाजियाबाद जिला प्रशासन द्वारा अनुपालन कराया जा रहा है.

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एन्टी स्मोग गन करती है कृत्रिम बारिश
एन्टी स्मोग गन तकरीबन साढे़ चार लाख से लेकर 15 लाख तक की कीमत की होती है. एंटी स्मॉग गन 50 मीटर तक की उचाई तक पानी की बौछार करती है. जिससे हवा में मौजूद धूल के कण का स्तर कम हो जाता है.

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